शेख हसीना का खुलासा: विद्रोह के दौरान सुरक्षा बलों से गलतियाँ हुईं, चुनाव पर भी संदेह
शेख हसीना ने स्वीकार किया कि 2025 के विद्रोह के दौरान सुरक्षा बलों से गलतियाँ हुईं। उन्होंने फरवरी 2026 के चुनावों की वैधता और आयोजन पर भी संदेह जताया।
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने स्वीकार किया है कि 2025 के छात्र-जन आंदोलन के दौरान सुरक्षा बलों से “निश्चित रूप से गलतियाँ हुईं”। उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों को “तेजी से बदलती और हिंसक परिस्थितियों” में कार्रवाई करनी पड़ी, जिससे कुछ फैसले गलत साबित हुए। हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों द्वारा लिए गए निर्णय “सद्भावना के साथ और जनहानि कम करने के उद्देश्य से” लिए गए थे।
हसीना ने कहा कि उन्हें फरवरी 2026 में होने वाले चुनावों पर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा, “मुझे संदेह है कि चुनाव होंगे भी या नहीं, और यदि हुए तो उन्हें वैध नहीं माना जाएगा, क्योंकि मेरी पार्टी अवामी लीग पर अब भी प्रतिबंध लगा हुआ है।”
शेख हसीना ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने अपने समर्थकों से चुनाव बहिष्कार का आह्वान नहीं किया है, लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि “अगर हिंसक विद्रोह फिर से हुआ, तो देश को और नुकसान होगा।”
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गौरतलब है कि 5 अगस्त 2025 को हसीना ने ढाका छोड़ दिया था, जब व्यापक जनविद्रोह और छात्र आंदोलन ने देश में अस्थिरता पैदा कर दी थी। यह पहली बार है जब उन्होंने सत्ता से बेदखल होने के बाद सार्वजनिक रूप से सुरक्षा बलों की भूमिका को लेकर स्वीकारोक्ति की है।
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