दक्षिण कोरिया: मार्शल लॉ जांच में पूर्व जासूसी प्रमुख के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी
दक्षिण कोरिया की अदालत ने पूर्व जासूसी प्रमुख चो ताए-योंग के खिलाफ मार्शल लॉ जांच में गिरफ्तारी वारंट जारी किया। चो ने सभी आरोपों का खंडन किया।
दक्षिण कोरिया की अदालत ने मंगलवार (11 नवंबर, 2025) को पूर्व जासूसी एजेंसी प्रमुख चो ताए-योंग के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया। चो पर 2024 में पूर्व राष्ट्रपति युन सुक योल द्वारा मार्शल लॉ लागू करने की योजना में कथित भूमिका की जांच चल रही है।
सियोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने यह वारंट इसलिए जारी किया क्योंकि न्यायाधीश को इस बात का डर था कि चो सबूत नष्ट कर सकते हैं। विशेष अभियोजक ने अदालत से चो के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने का अनुरोध किया, जिसमें उनके राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेने पर रोक कानून का उल्लंघन सहित कई आरोप शामिल थे।
योन्हाप के अनुसार, राष्ट्रीय खुफिया सेवा (NIS) के प्रमुख रहे चो को पूर्व राष्ट्रपति युन की मार्शल लॉ लागू करने की योजना की पूर्व जानकारी थी, लेकिन उन्होंने इसे संसद को नहीं बताया। अभियोजकों का कहना है कि यह सूचना न देने से कानून का उल्लंघन हुआ और संभावित रूप से लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को खतरा हुआ।
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मंगलवार को वारंट की सुनवाई के दौरान चो ने अपने खिलाफ सभी आरोपों से इनकार किया। अदालत ने कारोबारी समय के बाहर इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की।
विशेष अभियोजक का यह कदम दक्षिण कोरिया में राजनीतिक और खुफिया संस्थाओं की जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। मामले की जांच जारी है और अदालत में आगे की सुनवाई के दौरान और विवरण सामने आने की संभावना है।
चो ताए-योंग के खिलाफ जारी वारंट दक्षिण कोरिया में राजनीतिक और खुफिया संस्थाओं की स्वतंत्रता और जिम्मेदारी के महत्व को रेखांकित करता है।
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