नेपाल में विरोध प्रदर्शन : सुशीला कार्की अंतरिम सरकार की अगुवाई करेंगी
नेपाल की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की अंतरिम प्रधानमंत्री बनेंगी। वह नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री बनेंगी और विरोध प्रदर्शनों के बीच स्थिरता लाने की चुनौती संभालेंगी।
नेपाल की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री बनाए जाने की घोषणा के साथ देश की राजनीति में नया मोड़ आया है। इस फैसले के बाद वह नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने जा रही हैं। चल रहे विरोध प्रदर्शनों और राजनीतिक अस्थिरता के बीच यह कदम न केवल ऐतिहासिक है बल्कि भविष्य की राजनीति के लिए भी अहम साबित हो सकता है।
नेपाल में पिछले कुछ महीनों से लगातार असंतोष और विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। जनता का एक बड़ा वर्ग वर्तमान नेतृत्व और राजनीतिक दलों के रवैये से असंतुष्ट है। ऐसे में सुशीला कार्की जैसी निर्भीक और ईमानदार छवि वाली हस्ती को अंतरिम सरकार का नेतृत्व सौंपा जाना लोगों में विश्वास बहाल करने का प्रयास माना जा रहा है।
सुशीला कार्की पहले भी अपने कार्यकाल के दौरान न्यायपालिका की स्वतंत्रता और पारदर्शिता के लिए पहचानी जाती रही हैं। उनके प्रधानमंत्री बनने से यह उम्मीद जताई जा रही है कि वे लोकतंत्र को मजबूत करने, सुशासन लागू करने और जनता के असली मुद्दों को सामने लाने का काम करेंगी।
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विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम नेपाल की राजनीति में एक बड़ा बदलाव ला सकता है, खासकर तब जब जनता नए नेतृत्व की तलाश में है। हालांकि, उनके सामने बड़ी चुनौतियां भी होंगी—जैसे स्थिरता बहाल करना, आर्थिक संकट से निपटना और जनता के बीच राजनीतिक विश्वास पुनः स्थापित करना।
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