सीरिया में पहले असद-पर बाद में संसद के लिए अप्रत्यक्ष मतदान शुरू
सीरिया में असद के बाद पहली संसद के लिए अप्रत्यक्ष मतदान हुआ। दो-तिहाई सीटों के लिए वोटिंग पूरी, शेष एक-तिहाई शर्रा द्वारा चयनित की जाएगी।
सीरिया में रविवार को पहले अप्रत्यक्ष मतदान (indirect vote) के तहत असद के बाद की संसद के लिए चुनाव आयोजित किया गया। इस मतदान में निर्वाचक प्रतिनिधियों ने 210 सदस्यीय संसद के दो-तिहाई हिस्से के लिए अपने मत डाले। परिणाम इसी रात आने की संभावना है।
हालांकि, संसद की औपचारिक स्थापना तब तक नहीं होगी जब तक शर्रा (Sharaa), जो अल-कायदा का पूर्व लड़ाकू रह चुके हैं, शेष एक-तिहाई सीटों के लिए उम्मीदवारों का चयन नहीं करते। इस अप्रत्यक्ष मतदान प्रक्रिया का उद्देश्य सरकार को एक नई विधायी संस्था प्रदान करना है, जो असद के बाद के दौर में देश की राजनीति का मार्गदर्शन करेगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार का अप्रत्यक्ष मतदान सीरिया के राजनीतिक परिदृश्य में अस्थिरता को दर्शाता है। नागरिक सीधे अपने प्रतिनिधियों को नहीं चुन सकते, बल्कि चुने हुए निर्वाचक ही सांसदों का चयन करते हैं। इसका असर राजनीतिक पारदर्शिता और लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर पड़ता है।
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सांस्कृतिक और राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि शर्रा द्वारा शेष सीटों के लिए उम्मीदवारों का चयन देश में अस्थिर गठबंधन और सुरक्षा जोखिमों को जन्म दे सकता है। इसके बावजूद, सरकार का दावा है कि यह प्रक्रिया देश के लोकतांत्रिक संक्रमण और नई संसद की स्थिरता सुनिश्चित करेगी।
सीरिया में इस चुनाव का महत्व इसलिए भी है क्योंकि यह असद के बाद की राजनीतिक व्यवस्था की दिशा तय करेगा। वैश्विक समुदाय और मानवाधिकार समूह इस प्रक्रिया पर नजर बनाए हुए हैं।
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