ट्रंप प्रशासन ने रद्द किया अमेरिका का भूख सर्वेक्षण
ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका का भूख सर्वेक्षण रद्द कर दिया। यूएसडीए ने कहा कि सर्वेक्षण की प्रश्नावली व्यक्तिपरक है और खाद्य सुरक्षा की सटीक तस्वीर प्रस्तुत नहीं करती।
अमेरिका में ट्रंप प्रशासन ने भूख और खाद्य सुरक्षा पर आधारित राष्ट्रीय सर्वेक्षण को रद्द करने का फैसला लिया है। अमेरिकी कृषि विभाग (यूएसडीए) ने अपने बयान में कहा कि सर्वेक्षण की प्रश्नावली और डेटा संग्रह की पद्धति पूरी तरह व्यक्तिपरक है और यह वास्तविक खाद्य सुरक्षा की स्थिति का सही आकलन करने में सक्षम नहीं है।
यूएसडीए के अनुसार, अब तक किए गए सर्वेक्षण में पूछे गए सवाल लोगों की धारणा पर आधारित थे, जिनसे यह निष्कर्ष निकालना मुश्किल था कि वास्तव में खाद्य सुरक्षा की स्थिति कैसी है। विभाग का कहना है कि नीति निर्माण और खाद्य योजनाओं की सटीक योजना के लिए तथ्यों पर आधारित और अधिक विश्वसनीय तरीकों की आवश्यकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस निर्णय से अमेरिका में भूख और खाद्य असुरक्षा के मुद्दे पर सटीक डेटा उपलब्ध नहीं हो पाएगा। इससे न केवल गरीब और वंचित वर्गों की स्थिति का वास्तविक आकलन बाधित होगा, बल्कि सरकारी सहायता योजनाओं की दिशा भी प्रभावित हो सकती है।
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कई सामाजिक संगठनों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने इस कदम की आलोचना की है। उनका कहना है कि यह फैसला उन लाखों अमेरिकी नागरिकों की समस्याओं को नजरअंदाज करने जैसा है जो प्रतिदिन भोजन की कमी का सामना करते हैं। आलोचकों का मानना है कि सर्वेक्षण को बेहतर बनाने की बजाय उसे पूरी तरह रद्द करना समस्या समाधान के प्रयासों को कमजोर करेगा।
हालांकि, प्रशासन का तर्क है कि भविष्य में एक नया और अधिक सटीक सर्वेक्षण पद्धति विकसित की जाएगी, जिससे खाद्य सुरक्षा से जुड़ी वास्तविकताओं को सही तरीके से प्रस्तुत किया जा सके। फिलहाल, यह फैसला अमेरिका की सामाजिक नीतियों पर गहरा असर डाल सकता है।
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