अमेरिका तबाह होने के कगार पर था: डोनाल्ड ट्रंप बोले—मैंने देश को फिर से जिंदा किया
राष्ट्रपति ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने अमेरिका को तबाही के कगार से बचाया। उन्होंने बाइडेन पर कुप्रबंधन का आरोप लगाया और सीमा सुरक्षा व आव्रजन पर बड़ी उपलब्धियों का दावा किया।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को देश को संबोधित करते हुए वर्ष 2026 के लिए अपनी सरकार की बजट रूपरेखा (आउटले) पेश की और 2025 में हासिल की गई उपलब्धियों का बखान किया। अपने भाषण के दौरान ट्रंप ने अपने पूर्ववर्ती राष्ट्रपति जो बाइडेन और डेमोक्रेट्स पर तीखा हमला बोला और उन पर देश के “कुप्रबंधन” का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बाइडेन प्रशासन ने अमेरिका को “तबाही के कगार” पर पहुंचा दिया था।
ट्रंप ने दावा किया, “एक साल पहले हमारा देश मर चुका था। आज हम दुनिया का सबसे चर्चित और ताकतवर देश हैं।” उन्होंने कहा कि सत्ता में लौटने के बाद उन्हें एक “अव्यवस्थित व्यवस्था” विरासत में मिली, लेकिन उनकी सरकार ने हालात को तेजी से बदल दिया।
अवैध आव्रजन के मुद्दे पर जोर देते हुए ट्रंप ने कहा कि पिछले सात महीनों में अमेरिका में “एक भी अवैध विदेशी” ने प्रवेश नहीं किया। उन्होंने इसे अपनी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक बताया। ट्रंप के अनुसार, “हमें इतिहास की सबसे कमजोर सीमा व्यवस्था मिली थी और हमने उसे दुनिया की सबसे मजबूत सीमा में बदल दिया।”
अपने संबोधन में ट्रंप ने यह भी दोहराया कि उनकी नीतियों के चलते अमेरिका वैश्विक मंच पर फिर से मजबूती के साथ उभरा है। उन्होंने सीमा सुरक्षा, युद्धों को रोकने और आव्रजन नियंत्रण को अपनी सरकार की प्राथमिक सफलता बताया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका अब कमजोर नहीं, बल्कि निर्णायक नेतृत्व वाला देश बन चुका है।
ट्रंप का यह भाषण ऐसे समय आया है जब वह आगामी राजनीतिक चुनौतियों और 2026 से जुड़े एजेंडे को लेकर जनता के बीच समर्थन मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके बयान ने अमेरिकी राजनीति में एक बार फिर तीखी बहस को जन्म दे दिया है, जहां समर्थक उनकी उपलब्धियों की सराहना कर रहे हैं, वहीं विपक्ष उनके दावों पर सवाल उठा रहा है।
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