रूसी तेल पर शुल्क लगाने से भारत से रिश्तों में दरार: ट्रंप
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि रूसी तेल पर शुल्क लगाने से भारत-अमेरिका रिश्तों में दरार आई है। उन्होंने दावा किया कि अपने दूसरे कार्यकाल में सात अंतरराष्ट्रीय संघर्ष सुलझा चुके हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि रूस से तेल खरीद पर शुल्क लगाने की नीति ने भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों में खटास पैदा कर दी है। ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा बाजार में रूस पर लगे प्रतिबंध और तेल की कीमतों को लेकर तनाव जारी है।
ट्रंप ने स्पष्ट किया कि भारत रूस से बड़ी मात्रा में तेल आयात करता है और इस पर शुल्क थोपना दोनों देशों के बीच व्यापारिक और कूटनीतिक संबंधों को प्रभावित कर सकता है। उन्होंने कहा कि “भारत हमारा अहम साझेदार है, लेकिन रूस से तेल खरीद पर शुल्क लगाने का कदम हमारे संबंधों में दरार का कारण बन रहा है।”
इसके साथ ही ट्रंप ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने दावा किया कि अपने दूसरे राष्ट्रपति कार्यकाल में अब तक सात बड़े अंतरराष्ट्रीय संघर्षों को हल कर चुके हैं। हालांकि उन्होंने इन संघर्षों के नाम नहीं बताए, लेकिन उनका कहना था कि अमेरिका की सक्रिय भूमिका से वैश्विक स्थिरता में योगदान हुआ है।
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विश्लेषकों का मानना है कि ट्रंप का यह बयान भारत-अमेरिका संबंधों की जटिलताओं को उजागर करता है। अमेरिका जहां रूस पर सख्त आर्थिक प्रतिबंध लागू कर रहा है, वहीं भारत अपनी ऊर्जा सुरक्षा और किफायती तेल आपूर्ति को ध्यान में रखते हुए रूस से आयात जारी रखे हुए है।
कूटनीतिक हलकों का मानना है कि यह मुद्दा आने वाले समय में भारत-अमेरिका संबंधों की परीक्षा ले सकता है। ट्रंप के बयान ने स्पष्ट कर दिया है कि ऊर्जा नीति और भू-राजनीतिक हित दोनों देशों के रिश्तों में संतुलन साधने की बड़ी चुनौती है।
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