ब्रिटेन ने गुजरात की नायरा रिफाइनरी पर लगाए प्रतिबंध
ब्रिटेन ने गुजरात की नायरा रिफाइनरी पर रूस से तेल कारोबार को लेकर प्रतिबंध लगाए हैं। यह कदम भारत-ब्रिटेन संबंधों के मजबूत होने के बीच उठाया गया है।
ब्रिटेन ने गुजरात स्थित नायरा रिफाइनरी पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। यह कदम उस समय उठाया गया है जब ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने हाल ही में मुंबई में एक बड़े व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था और भारत-ब्रिटेन संबंधों को नई ऊंचाई पर बताया गया था। इस प्रतिबंध का समय इसलिए खास माना जा रहा है क्योंकि दोनों देशों के बीच आर्थिक और रणनीतिक सहयोग को लेकर सकारात्मक संकेत मिल रहे थे।
ब्रिटिश सरकार द्वारा जारी बयान के अनुसार, नायरा रिफाइनरी पर लगाए गए ये प्रतिबंध रूस से तेल आपूर्ति और उससे होने वाले मुनाफे को लेकर अंतरराष्ट्रीय चिंताओं के चलते लगाए गए हैं। नायरा एनर्जी, जिसमें रूसी तेल कंपनी रोसनेफ्ट की हिस्सेदारी है, पर आरोप है कि उसने यूक्रेन युद्ध के बाद भी रूसी तेल का प्रसंस्करण जारी रखा और अप्रत्यक्ष रूप से मॉस्को को आर्थिक लाभ पहुंचाया।
ब्रिटेन का कहना है कि यह कार्रवाई उसकी उस वैश्विक नीति का हिस्सा है जिसके तहत रूस की ऊर्जा आय को सीमित करने की कोशिश की जा रही है। हालांकि, भारत ने हमेशा कहा है कि उसकी ऊर्जा खरीद देश की आर्थिक और रणनीतिक जरूरतों के अनुसार होती है और यह किसी भी तीसरे देश के दबाव में नहीं की जाती।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रतिबंध भारत-ब्रिटेन व्यापारिक संबंधों पर अस्थायी तनाव पैदा कर सकता है, खासकर तब जब दोनों देश मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर बातचीत के अंतिम चरण में हैं।
और पढ़ें: भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौते से अभूतपूर्व अवसर मिल सकते हैं : कीर स्टार्मर