अरुणाचल प्रदेश के तिरप में ULFA कैडर ने सुरक्षा बलों के सामने किया आत्मसमर्पण
तिरप जिले में ULFA कैडर कामल अखून ने सुरक्षा बलों के संयुक्त अभियान के दौरान आत्मसमर्पण किया और हथियार जमा किए।
अरुणाचल प्रदेश के तिरप जिले में प्रतिबंधित संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (ULFA) के एक सक्रिय कैडर ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। यह महत्वपूर्ण सफलता शनिवार, 15 नवंबर 2025 को मिली, जब खुफिया इनपुट के आधार पर असम राइफल्स, असम पुलिस और अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने एक संयुक्त अभियान चलाया।
अधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों को एक उग्रवादी की मौजूदगी और उसकी गतिविधियों की जानकारी मिली थी, जिसके बाद तकनीकी इनपुट से पुष्टि होने पर संयुक्त अभियान शुरू किया गया। अभियान के दौरान 23 वर्षीय कामल अखून उर्फ विकास मोहंता, जो ULFA का स्वयंभू प्राइवेट था, ने स्वेच्छा से आत्मसमर्पण किया।
आत्मसमर्पण के समय कैडर ने अपने पास से एक 7.65 एमएम पिस्टल, एक मैगजीन और छह जिंदा कारतूस भी जमा कराए। अधिकारियों ने बताया कि हथियार और गोला-बारूद के साथ कैडर को आगे की कानूनी कार्रवाई और पुनर्वास प्रक्रिया के लिए पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया है।
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रिपोर्ट में कहा गया है कि यह अभियान सुरक्षा एजेंसियों की सशक्त आपसी समन्वय क्षमता को प्रदर्शित करता है। असम राइफल्स, असम पुलिस और अरुणाचल प्रदेश पुलिस के बीच मजबूत सहयोग ने न केवल इस सफल आत्मसमर्पण को संभव बनाया, बल्कि यह प्रयास उग्रवादियों को मुख्यधारा में लौटने के लिए प्रोत्साहित करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है।
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि ऐसे सफल अभियान न केवल क्षेत्र में शांति स्थापित करने में सहायक होते हैं, बल्कि उग्रवादी गतिविधियों को कम करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लगातार बढ़ते संयुक्त अभियानों और पुनर्वास कार्यक्रमों के जरिए अधिक से अधिक उग्रवादियों को हथियार छोड़कर समाज में वापस आने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
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