संयुक्त राष्ट्र ने शेख हसीना के खिलाफ फैसले को महत्वपूर्ण कदम बताया, मृत्युदंड पर जताई खेद
यूएन ने शेख हसीना के खिलाफ फैसले को पीड़ितों के लिए महत्वपूर्ण बताया, लेकिन मृत्युदंड पर खेद जताया। गुतरेस ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र हर परिस्थिति में मृत्युदंड का विरोध करता है।
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ आए ऐतिहासिक फैसले को पीड़ितों के लिए एक “महत्वपूर्ण पल” बताया है। हालांकि, यूएन ने अदालत द्वारा दिए गए मृत्युदंड पर गहरा खेद भी व्यक्त किया है। सोमवार को बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने हसीना को पिछले वर्ष जुलाई में उनकी सरकार के खिलाफ हुए व्यापक प्रदर्शनों के दौरान मानवता के विरुद्ध अपराध करने का दोषी ठहराया।
यूएन महासचिव एंतोनियो गुतरेस ने मानवाधिकारों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त वोल्कर टुर्क की उस स्थिति से पूरी सहमति जताई, जिसमें कहा गया है कि “हम हर परिस्थिति में मृत्युदंड के इस्तेमाल के खिलाफ हैं।” यूएन महासचिव के प्रवक्ता स्टेफन दुजारिक ने न्यूयॉर्क में आयोजित दैनिक प्रेस ब्रीफिंग में यह प्रतिक्रिया देते हुए स्पष्ट किया कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय मानवाधिकारों के सार्वभौमिक सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
दुजारिक ने कहा कि अदालत द्वारा शेख हसीना को दोषी ठहराना उन पीड़ितों के लिए एक अहम कदम है, जिन्हें लंबे समय से न्याय की प्रतीक्षा थी। उन्होंने यह भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र किसी भी देश में न्यायिक प्रक्रिया के स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी होने के महत्व को रेखांकित करता है।
बांग्लादेश में पिछले वर्ष हसीना सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थे, जिनमें हिंसा, दमन और मानवाधिकार उल्लंघन के आरोप लगे थे। इन घटनाओं की जांच के बाद अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने हसीना सहित कई अन्य नेताओं के खिलाफ मुकदमे चलाए।
यूएन ने दोहराया कि वह मृत्युदंड का पूरी तरह विरोध करता है और उम्मीद करता है कि बांग्लादेश सरकार मानवाधिकारों के वैश्विक मानकों के अनुरूप आगे कदम उठाएगी।
और पढ़ें: दुबई एयरशो में चीन के स्वदेशी यात्री विमान की पहली वैश्विक उड़ान प्रस्तुति