यूएनजीए में ट्रंप का भाषण : अमेरिकी राष्ट्रपति वैश्विक संस्थाओं पर वार करेंगे, विदेश नीति का बचाव करेंगे
यूएनजीए में ट्रंप ‘वैश्विक संस्थाओं’ पर निशाना साधेंगे और अपनी विदेश नीति का बचाव करेंगे। विश्व नेता भाषण को ध्यान से सुन रहे हैं, अमेरिका का समर्थन घटाने के प्रयासों पर नजर है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भाषण लाइव प्रसारित किया जा रहा है। इस बार के भाषण में ट्रंप ने वैश्विक संस्थाओं और अंतरराष्ट्रीय संगठनों पर निशाना साधने की योजना बनाई है और अपने आठ महीने के कार्यकाल में अमेरिकी विदेश नीति की उपलब्धियों का बचाव करेंगे।
विश्लेषकों के अनुसार, विश्व के कई नेताओं की नजरें ट्रंप के भाषण पर हैं। पहले ही आठ महीनों में ट्रंप प्रशासन ने विश्व संगठन को मिलने वाले अमेरिकी समर्थन को घटाने की दिशा में कई कदम उठाए हैं। इस भाषण के माध्यम से वे अपने दृष्टिकोण और विदेश नीति के फैसलों का तर्क देंगे।
अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि ट्रंप का भाषण मुख्य रूप से वैश्विक संस्थाओं की भूमिका और उनके प्रभाव को लेकर होगा। राष्ट्रपति वैश्विक स्तर पर अमेरिका की नीतियों और प्राथमिकताओं को स्पष्ट करेंगे और यह बताएंगे कि कैसे उनकी नीतियां अमेरिकी हितों की रक्षा करती हैं।
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विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप का यह भाषण अंतरराष्ट्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, क्योंकि इसमें अमेरिका की विदेश नीति की दिशा और वैश्विक सहयोग पर उनके दृष्टिकोण को स्पष्ट किया जाएगा।
यूएनजीए के इस सत्र में दुनिया के कई प्रमुख नेता और प्रतिनिधि मौजूद हैं, जो ट्रंप के भाषण को ध्यान से सुनेंगे और इसके आधार पर अपने देशों की नीतियों और निर्णयों पर विचार करेंगे।
इस भाषण के परिणाम से अंतरराष्ट्रीय राजनीति में अमेरिकी प्रभाव और वैश्विक संस्थाओं के साथ सहयोग पर भी असर पड़ सकता है।
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