गाज़ा मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में अमेरिका की बढ़ती अलग-थलग स्थिति उजागर
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में गाज़ा युद्ध पर अमेरिका और इज़राइल की आलोचना हुई। वैश्विक समुदाय युद्धविराम और जवाबदेही की मांग पर अधिक दबाव बना रहा है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की हालिया बैठक ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया कि गाज़ा संघर्ष को लेकर अमेरिका और उसका सबसे करीबी सहयोगी इज़राइल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती आलोचनाओं और अलगाव का सामना कर रहे हैं। दुनिया भर से उठ रही आवाज़ें गाज़ा में युद्ध समाप्त करने और इज़राइल को जवाबदेह ठहराने की मांग को और तेज कर रही हैं।
बैठक में कई देशों ने गाज़ा में जारी मानवीय संकट पर गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना तथा अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करना अत्यंत आवश्यक है। अधिकांश सदस्य देशों ने युद्धविराम की अपील करते हुए कहा कि इज़राइल को अपने सैन्य अभियान को रोकना चाहिए, क्योंकि इससे निर्दोष लोगों की जान जा रही है।
इस चर्चा में यह भी सामने आया कि अमेरिका लगातार इज़राइल के समर्थन में खड़ा है, जबकि बाकी अंतरराष्ट्रीय समुदाय युद्ध रोकने और स्थायी शांति की दिशा में ठोस कदम उठाने की मांग कर रहा है। कई प्रतिनिधियों ने कहा कि अमेरिका का यह रवैया न केवल उसकी वैश्विक छवि को कमजोर कर रहा है बल्कि उसे राजनयिक रूप से भी अलग-थलग कर रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि अमेरिका अपनी नीति में बदलाव नहीं करता तो उसे पश्चिम एशिया में अपने हितों को लेकर गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, यह स्थिति वैश्विक स्तर पर अमेरिका की नेतृत्वकारी भूमिका को भी प्रभावित कर सकती है।
गाज़ा संकट पर यह बैठक इस बात की याद दिलाती है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब केवल बयानबाज़ी नहीं बल्कि ठोस कार्रवाई की मांग कर रहा है। अमेरिका और इज़राइल पर दबाव लगातार बढ़ रहा है कि वे युद्ध को समाप्त कर शांति बहाली की दिशा में कदम बढ़ाएं।