अफ्रीकी देश इस्वातिनी: जहां अमेरिका ने तीसरे देशों के नागरिकों को किया निर्वासित
अमेरिका ने वियतनाम, क्यूबा, यमन जैसे देशों के पांच नागरिकों को अफ्रीका के इस्वातिनी में निर्वासित किया। यह अफ्रीका का एकमात्र देश है जहां आज भी पूर्ण राजशाही है।
दक्षिण अफ्रीका में स्थित छोटे से देश इस्वातिनी को अमेरिका ने तीसरे देशों के निर्वासित नागरिकों को भेजने के लिए चुना है। अमेरिका ने वियतनाम, क्यूबा, यमन, जमैका और लाओस के पांच अप्रवासियों को इस्वातिनी भेजा है। यह देश फिलहाल उन्हें सुधार गृहों (Correctional Facilities) में रखे हुए है और उन्हें उनके मूल देशों में वापस भेजने की प्रक्रिया पर काम कर रहा है।
इस्वातिनी उन गिने-चुने देशों में से एक है जहां आज भी पूर्ण राजशाही प्रणाली लागू है, और यह अफ्रीका का एकमात्र ऐसा देश है। यहां के राजा को न केवल सांकेतिक बल्कि पूर्ण शासकीय अधिकार प्राप्त हैं।
राजा म्स्वाति तृतीय (King Mswati III) वर्ष 1986 से इस्वातिनी पर शासन कर रहे हैं। जब वह 18 वर्ष के हुए, तब उन्होंने अपने दिवंगत पिता सोभूजा द्वितीय (Sobhuza II) का स्थान लिया, जिनकी मृत्यु 1982 में हुई थी। राजा म्स्वाति को कानून बनवाने और शासन करने का पूर्ण अधिकार है, वे डिक्री के माध्यम से फैसले ले सकते हैं।
इस्वातिनी का अमेरिका से तीसरे देश के निर्वासितों को स्वीकार करना वैश्विक आप्रवासन नीतियों में एक नई दिशा को दर्शाता है। यह कदम यह भी दिखाता है कि किस प्रकार छोटे और सत्तावादी देश वैश्विक राजनीतिक समीकरणों में अप्रत्याशित भूमिका निभा रहे हैं। इस्वातिनी का नाम अब उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है जो अमेरिका के निर्वासन कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।