×
 

अमेरिकी रिपोर्ट में पाकिस्तान की सफलता के दावे पर कांग्रेस का हमला, बोली—भारत की कूटनीति को बड़ा झटका

कांग्रेस ने अमेरिकी रिपोर्ट में पाकिस्तान की कथित “सैन्य सफलता” के उल्लेख को भारत की कूटनीति के लिए बड़ा झटका बताया और पूछा कि क्या PM और विदेश मंत्रालय औपचारिक आपत्ति दर्ज करेंगे।

कांग्रेस ने गुरुवार (20 नवंबर 2025) को अमेरिका की एक रिपोर्ट में “भारत पर पाकिस्तान की सैन्य सफलता” के उल्लेख को भारत की कूटनीति के लिए “एक और गंभीर झटका” बताया। पार्टी ने सवाल उठाया कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्रालय इस रिपोर्ट पर औपचारिक आपत्ति दर्ज कराएंगे।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब तक 60 बार यह दावा कर चुके हैं कि उन्होंने “ऑपरेशन सिंदूर” को रोका था, लेकिन प्रधानमंत्री पूरी तरह चुप हैं। उन्होंने बताया कि यह रिपोर्ट अमेरिका की यूएस-चाइना इकोनॉमिक एंड सिक्योरिटी रिव्यू कमीशन ने अमेरिकी कांग्रेस को सौंपी है, जिसमें 12 स्वतंत्र सदस्य शामिल हैं।

रमेश के अनुसार, 2025 की इस करीब 800 पन्नों की रिपोर्ट के पेज 108 और 109 बेहद चौंकाने वाले हैं। इनमें अप्रैल 2025 के पहलगाम आतंकी हमले—जिसे पाकिस्तान द्वारा आयोजित बताया गया था—को “विद्रोही हमला” बताया गया है। रिपोर्ट में “भारत के खिलाफ पाकिस्तान की चार दिन की सैन्य सफलता” का भी उल्लेख है।

और पढ़ें: दिल्ली दंगा केस: सुप्रीम कोर्ट में उमर खालिद व शरजील इमाम की जमानत पर बहस तेज, ASG बोले—देरी का आरोपियों को फायदा नहीं

उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट भारत के लिए अस्वीकार्य है और पूछा कि क्या प्रधानमंत्री और विदेश मंत्रालय इस पर आपत्ति दर्ज करेंगे। उन्होंने रिपोर्ट के संबंधित पन्नों के स्क्रीनशॉट भी साझा किए।

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 7–10 मई 2025 के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच हुई झड़प में चीन की भूमिका ने अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित किया। पाकिस्तान ने चीनी हथियारों और खुफिया सहायता पर निर्भर रहते हुए भारत के भीतर 50 वर्षों में सबसे गहरे हमले किए। रिपोर्ट के अनुसार, इस संघर्ष में पाकिस्तान की “सैन्य सफलता” ने चीनी हथियारों की क्षमता को प्रदर्शित किया, और चीन ने इस अवसर का उपयोग अपनी रक्षा तकनीक को परखने और प्रचारित करने के लिए किया।

कांग्रेस ने कहा कि यह पूरा प्रकरण बताता है कि भारत की कूटनीति को “एक और गंभीर चोट” लगी है।

और पढ़ें: राष्ट्रपति और राज्यपालों की भूमिका पर सुप्रीम कोर्ट का स्पष्ट संदेश — 10 बिंदुओं में पूरी व्याख्या

 
 
 
Gallery Gallery Videos Videos Share on WhatsApp Share