ईरान के मिसाइल कार्यक्रम पर अमेरिका ने भारत सहित 32 संस्थाओं और व्यक्तियों पर लगाए प्रतिबंध
अमेरिका ने ईरान के मिसाइल कार्यक्रम से जुड़े 32 संस्थानों और व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगाए, जिनमें भारत की फार्मलेन प्राइवेट लिमिटेड भी शामिल है। अमेरिका ने कहा- यह वैश्विक सुरक्षा के लिए ज़रूरी कदम है।
अमेरिका ने बुधवार (12 नवंबर, 2025) को ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम से जुड़े होने के आरोप में भारत और चीन समेत कई देशों की 32 संस्थाओं और व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि यह कदम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस प्रयास का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य ईरान के मिसाइल और अन्य पारंपरिक हथियारों के विकास को रोकना है।
अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने बताया कि प्रतिबंधित संस्थाओं में भारत स्थित फार्मलेन प्राइवेट लिमिटेड (Farmlane Private Limited) भी शामिल है, जिसे संयुक्त अरब अमीरात स्थित मार्को क्लिंगे (Marco Klinge) नामक कंपनी से जोड़ा गया है। इन कंपनियों पर सोडियम क्लोरेट और सोडियम परक्लोरेट जैसी सामग्री की आपूर्ति में सहयोग करने का आरोप है, जो मिसाइल निर्माण में उपयोग होती है।
अमेरिकी अंडर सेक्रेटरी फॉर टेररिज्म एंड फाइनेंशियल इंटेलिजेंस जॉन के. हरली ने कहा कि ईरान दुनिया भर की वित्तीय प्रणालियों का दुरुपयोग कर अपने परमाणु और पारंपरिक हथियार कार्यक्रमों के लिए धनशोधन और पुर्जों की खरीद करता है। उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप के निर्देशानुसार, हम ईरान पर अधिकतम दबाव डाल रहे हैं ताकि वह अपने परमाणु खतरे को समाप्त करे।”
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अमेरिकी विदेश विभाग ने यह भी कहा कि वह तीसरे देशों में स्थित संस्थाओं पर भी कार्रवाई जारी रखेगा, ताकि ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल और मानव रहित हवाई वाहन (UAV) कार्यक्रमों के लिए उपकरणों की आपूर्ति को रोका जा सके। अमेरिका का कहना है कि यह कदम क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्थिरता बनाए रखने के लिए आवश्यक है।