अमेरिकी सीनेट ने 2002 के इराक युद्ध प्रस्ताव को सर्वसम्मति से रद्द करने का किया समर्थन
अमेरिकी सीनेट ने 2002 के इराक युद्ध प्रस्ताव को सर्वसम्मति से रद्द किया, जिससे युद्ध शक्तियों पर कांग्रेस का नियंत्रण और राष्ट्रपति की सैन्य अधिकार सीमित करने की दिशा मजबूत हुई।
अमेरिकी सीनेट ने सर्वसम्मति से 2002 के इराक युद्ध प्रस्ताव को रद्द करने के पक्ष में मतदान किया है, जो उस समय इराक पर अमेरिकी आक्रमण की कानूनी अनुमति प्रदान करता था। इस निर्णय को अमेरिका की विदेश नीति में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है, क्योंकि इससे दो दशकों पुराने युद्ध अध्याय का औपचारिक अंत हो गया है।
2002 में पारित इस प्रस्ताव ने तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश को इराक पर सैन्य कार्रवाई करने का अधिकार दिया था, जिसके परिणामस्वरूप 2003 में अमेरिका ने इराक पर आक्रमण किया था। इस युद्ध में हजारों अमेरिकी सैनिकों और लाखों इराकी नागरिकों की जान गई थी।
सीनेट के इस फैसले को अमेरिकी कांग्रेस की शक्ति को पुनर्स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, क्योंकि यह स्पष्ट संकेत देता है कि भविष्य के सैन्य अभियानों के लिए राष्ट्रपति को अब कांग्रेस की अनुमति आवश्यक होगी। कई सांसदों ने कहा कि यह फैसला अमेरिका की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करेगा और "असीमित युद्ध शक्तियों" को सीमित करने में मदद करेगा।
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सीनेट में इस प्रस्ताव को दोनों दलों — रिपब्लिकन और डेमोक्रेट — के समर्थन से पारित किया गया, जो यह दर्शाता है कि लंबे समय से चले आ रहे युद्ध को समाप्त करने के प्रति एक साझा सहमति बन चुकी है। अब इस प्रस्ताव को राष्ट्रपति की स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा, जिन्होंने पहले ही इसके समर्थन का संकेत दिया है।
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