वर्जीनिया में शटडाउन से हिली राजनीति, 3 लाख से अधिक संघीय कर्मचारियों का भविष्य अधर में
वर्जीनिया गवर्नर चुनाव में शटडाउन बड़ा मुद्दा बन गया है। डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन एक-दूसरे को दोषी ठहरा रहे हैं, जबकि मतदाता सेवाओं, अर्थव्यवस्था और बच्चों की सुरक्षा पर भी राय बना रहे हैं।
अमेरिका के वर्जीनिया राज्य में संघीय सरकार का शटडाउन राजनीतिक माहौल को हिला रहा है। यहां 3 लाख से अधिक संघीय कर्मचारी रहते हैं और गवर्नर चुनाव पर इसका सीधा असर दिख रहा है।
डेमोक्रेटिक उम्मीदवार और पूर्व सांसद एबिगेल स्पैनबर्गर तथा रिपब्लिकन उप-गवर्नर विंसम अर्ल-सीयर्स के बीच मुकाबला पहले ही तेज है। शुरुआती मतदान शुरू हो चुका है और मतदाताओं में शटडाउन को लेकर गहरी चिंता है।
नॉर्दर्न वर्जीनिया के उपनगरों में बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारी रहते हैं। ऐसे में शटडाउन से आम सेवाओं के ठप होने और आर्थिक असर की चिंता लोगों में साफ दिखाई दे रही है।
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72 वर्षीय पूर्व डिफेंस कॉन्ट्रैक्टर माइक मैगी ने कहा कि उन्होंने शटडाउन की आशंका सोचकर स्पैनबर्गर को वोट दिया। उनका कहना था, “जरूरी सेवाएं ठप हो जाती हैं, टैक्सपेयर का नुकसान होता है। इसके लिए मैं रिपब्लिकन को जिम्मेदार मानता हूं।”
वहीं, 71 वर्षीय नेवी वेटरन रॉबर्ट ने कहा कि शटडाउन के लिए डेमोक्रेट्स जिम्मेदार हैं। उन्होंने दावा किया, “चक शूमर सब कुछ बाइडेन के दौर में लौटाना चाहते हैं, और यह सही दिशा नहीं है।”
स्पैनबर्गर ने कहा कि शटडाउन वर्जीनिया के लिए गंभीर संकट पैदा करेगा, जबकि अर्ल-सीयर्स ने डेमोक्रेट्स को जिम्मेदार ठहराते हुए “क्लीन कंटिन्यूइंग रिज़ॉल्यूशन” की मांग की।
गवर्नर चुनाव वर्जीनिया की राजनीतिक नब्ज का पैमाना माना जाता है। यह राज्य अब राष्ट्रपति चुनावों में डेमोक्रेट्स को झुकाव दिखाता है, लेकिन 2021 में रिपब्लिकन गवर्नर ग्लेन यंगकिंन की जीत ने इसे प्रतिस्पर्धी साबित किया था।
हालांकि मतदाताओं की बातचीत से साफ है कि शटडाउन एक बड़ा मुद्दा है, लेकिन यह वोटरों के फैसले का अकेला आधार नहीं है। कुछ लोग अर्थव्यवस्था और शिक्षा पर, तो कुछ सांस्कृतिक मुद्दों पर ध्यान दे रहे हैं।
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