देश में सबसे अधिक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जित करने वाला उपकरण बनेगा एयर कंडीशन : सर्वेक्षण
सर्वेक्षण में बताया गया कि भारत में एयर कंडीशन सबसे अधिक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जित करने वाला उपकरण बनेगा। 2037–38 तक कूलिंग एक्शन प्लान से रेफ्रिजरेंट मांग 25–30% घटाने का लक्ष्य है।
एक हालिया सर्वेक्षण में यह खुलासा हुआ है कि आने वाले वर्षों में एयर कंडीशन (AC) देश में सबसे अधिक ग्रीनहाउस गैस (GHG) उत्सर्जित करने वाला घरेलू उपकरण बन जाएगा। बिजली की बढ़ती खपत और रेफ्रिजरेंट गैसों के इस्तेमाल के कारण यह स्थिति और गंभीर होने की आशंका है।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में एसी की मांग तेज़ी से बढ़ रही है और शहरी क्षेत्रों में यह लगभग हर घर और दफ़्तर की ज़रूरत बनता जा रहा है। लेकिन इसके साथ ही एसी का पर्यावरण पर पड़ने वाला नकारात्मक असर भी सामने आ रहा है। सर्वेक्षण में कहा गया है कि यदि मौजूदा रुझान जारी रहे तो आने वाले दशकों में एसी अकेले ही ऊर्जा खपत और उत्सर्जन के बड़े हिस्से के लिए जिम्मेदार होगा।
सर्वेक्षण ने यह भी रेखांकित किया कि भारत की कूलिंग एक्शन प्लान (India Cooling Action Plan) को मज़बूती से लागू करना ज़रूरी है। इस योजना का लक्ष्य वर्ष 2037–38 तक रेफ्रिजरेंट की मांग को 25–30% तक कम करना है। विशेषज्ञों का कहना है कि इसके लिए पर्यावरण-अनुकूल तकनीकों का विकास, ऊर्जा-कुशल एसी का प्रयोग और वैकल्पिक कूलिंग समाधान अपनाना अनिवार्य होगा।
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पर्यावरणविदों ने चेतावनी दी है कि यदि अभी से ठोस कदम नहीं उठाए गए तो भारत में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का स्तर और अधिक बढ़ जाएगा, जिससे जलवायु परिवर्तन और वायु प्रदूषण की समस्या और गंभीर हो सकती है।
सरकार और उद्योगों को मिलकर ऊर्जा-कुशल उपकरणों को बढ़ावा देने और उपभोक्ताओं में जागरूकता फैलाने की ज़रूरत है, ताकि विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन कायम किया जा सके।
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