एयर मार्शल फिलिप राजकुमार (सेवानिवृत्त) ने याद किए सरगोधा (पाकिस्तान) हमले के 60 साल
एयर मार्शल फिलिप राजकुमार (सेवानिवृत्त) ने सरगोधा हमले के 60 साल याद किए। 84 की उम्र में भी सक्रिय राजकुमार ने इसे भारतीय वायुसेना के साहस और रणनीति का प्रतीक बताया।
भारतीय वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी एयर मार्शल फिलिप राजकुमार (सेवानिवृत्त) ने सरगोधा (पाकिस्तान) हवाई अड्डे पर हुए ऐतिहासिक हमले के 60 वर्ष पूरे होने पर अपने अनुभव साझा किए। यह हमला 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान हुआ था और इसे भारतीय वायुसेना के साहस और रणनीतिक कौशल का प्रतीक माना जाता है।
84 वर्षीय राजकुमार ने बताया कि सरगोधा हवाई अड्डा उस समय पाकिस्तान वायुसेना का एक प्रमुख ठिकाना था। भारतीय वायुसेना के विमानों ने सटीक हमले कर वहां की क्षमताओं को चुनौती दी। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन भारतीय सैनिकों के साहस और अदम्य इच्छाशक्ति का उदाहरण था, जिसने पूरे राष्ट्र का मनोबल बढ़ाया।
एयर मार्शल राजकुमार का करियर भी वायुसेना के इतिहास में उल्लेखनीय रहा है। वे न केवल एक कुशल पायलट रहे बल्कि उन्होंने भारतीय एयरोनॉटिकल सोसाइटी के अध्यक्ष के रूप में भी सेवाएं दीं। आज 84 वर्ष की उम्र में भी वे सक्रिय हैं और अपने शौक गोल्फ को पूरे उत्साह के साथ जारी रखे हुए हैं।
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उन्होंने कहा कि सरगोधा स्ट्राइक जैसी ऐतिहासिक घटनाओं को याद करना नई पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक है। यह न केवल भारत के सैन्य इतिहास का गौरवशाली अध्याय है, बल्कि इससे यह भी स्पष्ट होता है कि कठिन परिस्थितियों में भी अनुशासन और साहस से विजय हासिल की जा सकती है।
राजकुमार ने अपने संदेश में युवाओं से देशसेवा के लिए प्रेरित होने का आह्वान किया और कहा कि राष्ट्र की सुरक्षा और गरिमा हमेशा सर्वोपरि होनी चाहिए।
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