×
 

अमित शाह के तीन दिवसीय कोलकाता दौरे में बंगाल चुनाव तैयारी और एसआईआर पर फोकस

अमित शाह तीन दिवसीय दौरे पर कोलकाता पहुंचे, बंगाल चुनाव रणनीति और मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण पर चर्चा, SIR को लेकर तृणमूल और भाजपा में टकराव तेज।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार शाम तीन दिवसीय दौरे पर कोलकाता पहुंचे। इस यात्रा का उद्देश्य अप्रैल-मई में होने वाले महत्वपूर्ण पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तैयारियों की समीक्षा करना है। कोलकाता पहुंचने के तुरंत बाद अमित शाह ने The Indian Witness पर लिखा, “बंगाल बदलाव के लिए पूरी तरह तैयार है। तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचा हूं। एयरपोर्ट पर पार्टी कार्यकर्ताओं के गर्मजोशी भरे स्वागत से अभिभूत हूं।”

पार्टी सूत्रों के अनुसार, अमित शाह सीधे शहर स्थित भाजपा कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने करीब दो घंटे तक चुनावी रणनीति और सोशल मीडिया अभियानों पर चर्चा की। उन्होंने राज्य नेतृत्व को उन प्रमुख मुद्दों से अवगत कराया, जिन पर पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व इस चुनाव में फोकस करना चाहता है। सूत्रों का कहना है कि शाह ने रोड शो और जनसभाओं की योजनाओं को लेकर भी नेताओं से विस्तार से सवाल-जवाब किए।

बताया जा रहा है कि अमित शाह ने राज्य भाजपा नेताओं को मतदाता सूची के विवादास्पद विशेष गहन पुनरीक्षण (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन – SIR) के दूसरे चरण के दौरान सतर्क रहने का निर्देश दिया है। चुनाव आयोग द्वारा कराए जा रहे इस पुनः सत्यापन अभियान को लेकर राजनीतिक और कानूनी विवाद गहराते जा रहे हैं। आलोचकों का आरोप है कि यह प्रक्रिया सत्तारूढ़ भाजपा को चुनावी लाभ पहुंचाने की साजिश है।

और पढ़ें: पुरानी रंजिश, हत्या की साजिश और घात लगाकर हमला: हरिद्वार गैंगस्टर पर फायरिंग से पुलिसकर्मी निलंबित

बिहार के बाद बंगाल और 12 अन्य राज्यों में SIR लागू किया गया है। दो हफ्ते पहले इसके पहले चरण में संशोधित मतदाता सूची का मसौदा जारी किया गया, जिसमें करीब 58 लाख नाम हटाए गए। अंतिम सूची फरवरी में जारी होगी, जिसमें हटाए गए मतदाताओं को आपत्ति दर्ज कराने का अवसर मिलेगा।

तृणमूल कांग्रेस सांसद सौगत रॉय ने इसे “अन्याय” बताते हुए कहा कि यह भाजपा की साजिश है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इस मुद्दे पर भाजपा और अमित शाह पर तीखा हमला कर चुकी हैं। वहीं भाजपा का कहना है कि SIR का उद्देश्य अवैध विदेशी नागरिकों को मतदाता सूची से बाहर करना है।

अगले दो दिनों में अमित शाह भाजपा सांसदों, विधायकों, स्थानीय निकाय प्रतिनिधियों और आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बंद कमरे में बैठकें करेंगे। वे कोलकाता के थंथानिया कालीबाड़ी मंदिर के दर्शन भी करेंगे।

और पढ़ें: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में मजदूर की गोली मारकर हत्या, खेत में मिला शव

 
 
 
Gallery Gallery Videos Videos Share on WhatsApp Share