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रासायनिक उर्वरक कई बीमारियों की जड़, प्राकृतिक खेती से बढ़ेगी आय और सुधरेगा स्वास्थ्य: अमित शाह

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि रासायनिक उर्वरक बीमारियों की जड़ हैं। प्राकृतिक खेती से किसानों की आय बढ़ती है, पानी बचता है और स्वास्थ्य में सुधार होता है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रासायनिक उर्वरकों को आज कई गंभीर बीमारियों की जड़ बताते हुए प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की जोरदार अपील की है। गुरुवार (25 दिसंबर 2025) को मध्य प्रदेश के रीवा में आयोजित किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती न केवल किसानों की आय बढ़ाती है, बल्कि जल संरक्षण करती है और आम जनता के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाती है।

अमित शाह ने कहा कि सरकार एक “पूर्ण प्रणाली” विकसित कर रही है, जिसमें मिट्टी परीक्षण, प्रयोगशाला जांच, प्रमाणन से लेकर पैकेजिंग तक की व्यवस्था शामिल है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि देश के किसानों का कृषि उत्पाद बेहतर तरीके से वैश्विक बाजार तक पहुंचे, क्योंकि दुनिया में प्राकृतिक खेती के उत्पादों की भारी मांग है।

उन्होंने कहा, “आज रासायनिक उर्वरक कई बीमारियों की मुख्य वजह हैं। प्राकृतिक खेती ऐसी पद्धति है, जो किसानों की आय घटाती नहीं, बल्कि उनकी उपज को शुद्ध बनाती है।” उन्होंने बताया कि समय के साथ लोग प्राकृतिक खेती जैसी पारंपरिक पद्धतियों को भूलते चले गए हैं, जबकि एक देसी गाय के गोबर और मूत्र से 21 एकड़ भूमि की खेती संभव है।

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गृह मंत्री ने कहा कि प्राकृतिक खेती से किसानों की आय बढ़ती है, पानी की बचत होती है और लोग कई बीमारियों से राहत पाते हैं। सहकारिता मंत्री के रूप में उन्होंने बताया कि देश में करीब 40 लाख किसान प्राकृतिक खेती अपना चुके हैं और उन्होंने स्वयं भी अपने खेतों में इसका प्रयोग किया है, जिससे उत्पादन में कमी नहीं बल्कि वृद्धि हुई है।

अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सहकारिता मंत्रालय के माध्यम से दो बड़े सहकारी संस्थान स्थापित किए गए हैं, जो प्राकृतिक खेती के उत्पादों का प्रमाणन, विश्वस्तरीय प्रयोगशालाओं में परीक्षण, पैकेजिंग, विपणन और निर्यात का कार्य कर रहे हैं। आने वाले समय में देशभर में 400 से अधिक प्रयोगशालाएं किसानों को प्रमाण पत्र देंगी, जिससे उनकी आय लगभग डेढ़ गुना तक बढ़ सकती है।

उन्होंने कहा कि यहां विकसित गोबर आधारित प्राकृतिक खेती की प्रणाली छोटे किसानों के लिए वरदान साबित होगी, जिससे प्रति एकड़ 1.25 लाख रुपये तक की आय संभव है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला, मंत्री प्रह्लाद पटेल सहित कई नेता मौजूद रहे।

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