आतंकवाद से निपटने की क्षमता बढ़ाने के लिए बीते एक साल की सभी आतंकी घटनाओं का विश्लेषण जरूरी: अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आतंकवाद से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए देश-दुनिया में पिछले एक साल की सभी आतंकी घटनाओं का विश्लेषण कर सुरक्षा क्षमताओं को मजबूत किया जाना चाहिए।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार (26 दिसंबर 2025) को कहा कि देश और दुनिया में पिछले एक वर्ष के दौरान हुई सभी आतंकी घटनाओं का गहन विश्लेषण किया जाना चाहिए, ताकि आतंकवाद से निपटने की क्षमता को और मजबूत किया जा सके। उन्होंने कहा कि पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों को इन घटनाओं से सीख लेते हुए अपनी रणनीति, खुफिया तंत्र और कार्रवाई की प्रक्रिया को और प्रभावी बनाना होगा।
गृह मंत्री ने यह बयान एक कार्यक्रम के दौरान दिया, जहां उन्होंने उद्घाटन के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अद्यतन अपराध मैनुअल का भी विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बदलते आतंकी तरीकों और वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए कानून प्रवर्तन एजेंसियों को लगातार खुद को अपडेट करना होगा।
अमित शाह ने इस संदर्भ में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले का विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इस हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। गृह मंत्री के अनुसार, आतंकवादियों का उद्देश्य इस हमले के जरिए देश में सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ना और कश्मीर में शुरू हुए विकास व पर्यटन के नए दौर पर प्रहार करना था।
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उन्होंने कहा कि कश्मीर में शांति, विकास और पर्यटन की बहाली से कुछ ताकतें असहज हैं और इसी कारण वे हिंसा के माध्यम से माहौल खराब करने की कोशिश करते हैं। अमित शाह ने जोर देकर कहा कि सरकार आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर काम कर रही है और सुरक्षा बलों को हर चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह सक्षम बनाया जा रहा है।
गृह मंत्री ने यह भी कहा कि एनआईए और अन्य एजेंसियों की भूमिका देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और आधुनिक अपराध मैनुअल जैसी पहलें जांच प्रक्रिया को और मजबूत करेंगी।
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