आर्मी ने अरुणाचल प्रदेश में देशी हाई-ऑल्टिट्यूड मोनो रेल सिस्टम तैनात किया
भारतीय सेना ने अरुणाचल प्रदेश के कामेंग हिमालय में देशी मोनो रेल सिस्टम तैनात किया, जो 300 किलो भार तक ले जा सकती है और दूरदराज पोस्टों तक आपूर्ति सुनिश्चित करती है।
भारतीय सेना के गजराज कॉर्प्स ने अरुणाचल प्रदेश के कामेंग हिमालय में 16,000 फीट की ऊंचाई पर देशी मोनो रेल सिस्टम को ऑपरेशनल किया है। रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने शुक्रवार को बताया कि यह हाई-ऑल्टिट्यूड लॉजिस्टिक्स में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और अप्रत्याशित मौसम के कारण क्षेत्र में फॉरवर्ड पोस्ट अक्सर कट जाते हैं। इस चुनौती का समाधान करते हुए मोनो रेल सिस्टम को सफलतापूर्वक डिजाइन कर तैनात किया गया है। यह प्रणाली एक बार में 300 किलो से अधिक भार ले जा सकती है और दूरदराज के पोस्टों तक निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करती है, जहां अन्य परिवहन या संचार का कोई विकल्प नहीं है।
लेफ्टिनेंट कर्नल रावत ने बताया कि यह सिस्टम मिशन-क्रीटिकल सामग्री, गोला-बारूद, राशन, ईंधन, इंजीनियरिंग उपकरण और अन्य भारी या असुविधाजनक लोड को खड़ी और अस्थिर ढलानों पर ले जाने में सक्षम है, जहां पारंपरिक परिवहन विफल हो जाता है। यह प्रणाली दिन-रात, किसी भी मौसम में, बिना किसी सुरक्षा या साथ के संचालन के काम करती है।
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मोनो रेल न केवल लॉजिस्टिक्स में सहायक है, बल्कि यह तीव्र घायल निकासी (casualty evacuation) के लिए भी उपयोगी साबित हो सकती है। उन क्षेत्रों में, जहां हेलीकॉप्टर या पैदल निकासी संभव नहीं है, यह सुरक्षित विकल्प प्रदान करती है।
लेफ्टिनेंट कर्नल रावत ने कहा कि यह इन-हाउस नवाचार गजराज कॉर्प्स की रचनात्मकता और अनुकूलन क्षमता का प्रमाण है। यह प्रणाली ऑपरेशनल तत्परता बढ़ाती है, अलग-थलग पोस्टों में स्थिरता सुनिश्चित करती है और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में व्यावहारिक, मिशन-केंद्रित समाधान प्रदान करने में सेना की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
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