पश्चिम बंगाल नौकरी घोटाला: कोलकाता में ईडी की छह जगहों पर छापेमारी
पश्चिम बंगाल नौकरी घोटाले में ईडी ने कोलकाता में छह जगह छापेमारी की, जिसमें मंत्री सुजीत बोस का आवास और डुम डुम नगरपालिका के पूर्व अधिकारियों के घर शामिल हैं।
पश्चिम बंगाल में चल रहे कथित नौकरी घोटाले की जांच के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को कोलकाता में छह अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई राज्य के मंत्री सुजीत बोस और डुम डुम नगर पालिका के पूर्व अधिकारियों से जुड़े परिसरों पर की गई।
ईडी अधिकारियों के अनुसार, छापेमारी सुजीत बोस के सॉल्ट लेक स्थित आवास-cum-कार्यालय में की गई, जहां से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल रिकॉर्ड जब्त किए गए। इसके अलावा, डुम डुम नगरपालिका के पूर्व अधिकारियों के घरों पर भी एक साथ छापे मारे गए। जांच एजेंसी का कहना है कि ये छापेमारियां पश्चिम बंगाल में सरकारी नौकरियों में कथित अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के मामलों से जुड़ी हैं।
सूत्रों के मुताबिक, ईडी को संदेह है कि नगर पालिका और अन्य स्थानीय निकायों में नौकरी देने के लिए भारी रिश्वत ली गई थी। एजेंसी ने पहले भी इसी मामले में कई प्रमुख राजनेताओं और अधिकारियों से पूछताछ की थी। बताया जा रहा है कि जांच में कई ऐसे बैंक खातों और लेन-देन का पता चला है जो संदिग्ध हैं और रिश्वतखोरी से जुड़े हो सकते हैं।
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राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने इन छापों को “राजनीतिक प्रतिशोध” बताया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि केंद्र सरकार की एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्षी दलों के खिलाफ किया जा रहा है। वहीं, ईडी का कहना है कि उसकी जांच केवल सबूतों के आधार पर की जा रही है और किसी भी व्यक्ति को कानून से ऊपर नहीं माना जाएगा।
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