देशभर में 2021 से बस आग हादसों में 64 मौतें, कर्नाटक में तीन घटनाएं दर्ज
2021 से देशभर में बसों में आग लगने से 64 लोगों की मौत और 145 घायल हुए हैं। कर्नाटक में तीन घटनाएं दर्ज हुईं, जबकि हालिया बेंगलुरु बस हादसे में कम से कम छह लोगों की जान गई।
देश में बसों में आग लगने से होने वाली दुर्घटनाओं ने पिछले कुछ वर्षों में गंभीर चिंता पैदा की है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 1 जनवरी 2021 से 10 दिसंबर 2025 के बीच देशभर में बस आग हादसों में 64 लोगों की मौत हुई है, जबकि 145 लोग घायल हुए हैं। इन आंकड़ों में हाल ही में हुए एक बड़े हादसे को शामिल नहीं किया गया है, जिसमें कम से कम छह लोगों की जान चली गई।
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, कर्नाटक राज्य में इस अवधि के दौरान बसों में आग लगने की तीन घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें कुल 14 लोग घायल हुए। इन घटनाओं ने सार्वजनिक परिवहन की सुरक्षा व्यवस्था और आपात स्थितियों से निपटने की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हालिया हादसा गुरुवार (25 दिसंबर) को हुआ, जब एक कंटेनर ट्रक ने बेंगलुरु जा रही एक बस को टक्कर मार दी। टक्कर के बाद बस में आग लग गई, जो तेजी से पूरे वाहन में फैल गई। आग की भयावहता इतनी अधिक थी कि यात्रियों को बाहर निकलने के लिए बहुत कम समय मिला। इस हादसे में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई, हालांकि इस घटना को आधिकारिक आंकड़ों में अभी शामिल नहीं किया गया है।
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विशेषज्ञों का कहना है कि बसों में आग लगने के मामलों में ईंधन टैंक की स्थिति, विद्युत शॉर्ट सर्किट और टक्कर के बाद आग फैलने की गति जैसे कारण प्रमुख होते हैं। इसके अलावा, आपातकालीन निकास की कमी, अग्निशमन उपकरणों का अभाव और यात्रियों की जागरूकता की कमी भी जानमाल के नुकसान को बढ़ा देती है।
सड़क सुरक्षा से जुड़े संगठनों ने इन घटनाओं पर चिंता जताते हुए बसों की नियमित तकनीकी जांच, अग्निशमन उपकरणों की अनिवार्यता और चालकों के प्रशिक्षण को सख्ती से लागू करने की मांग की है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि समय रहते प्रभावी कदम नहीं उठाए गए, तो भविष्य में ऐसे हादसों की संख्या बढ़ सकती है।
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