आरएसएस कार्यक्रम में कैथोलिक पादरी की मौजूदगी से उठे सवाल
केरल के पाला में आरएसएस कार्यक्रम में कैथोलिक पादरी की मौजूदगी ने बहस छेड़ दी है। हाल के हमलों के बीच यह घटना चर्च-संघ संबंधों पर नए सवाल खड़े कर रही है।
केरल के पाला में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक कार्यक्रम में कैथोलिक पादरी फादर जॉर्ज नेलिकुन्नु चेरिवु पुरायिडोम की उपस्थिति ने कई हलकों में हैरानी पैदा कर दी है। यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब हाल ही में छत्तीसगढ़ और ओडिशा में केरल से जुड़े कुछ ननों और पादरियों पर कथित रूप से संघ परिवार से जुड़े कार्यकर्ताओं द्वारा हमले हुए हैं।
कार्यक्रम में फादर की मौजूदगी को लेकर सोशल मीडिया और स्थानीय राजनीतिक हलकों में बहस छिड़ गई है। कई लोगों का कहना है कि यह कदम चर्च और संघ परिवार के बीच बढ़ती नजदीकियों का संकेत हो सकता है। वहीं कुछ लोगों ने इसे व्यक्तिगत पहल बताते हुए किसी भी संगठनात्मक संबंध से इनकार किया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाएँ राज्य की सांप्रदायिक राजनीति और धार्मिक संबंधों के जटिल समीकरण को और उलझा सकती हैं। केरल में ईसाई समुदाय लंबे समय से राजनीतिक रूप से प्रभावशाली माना जाता है और हाल के वर्षों में संघ परिवार के साथ उनके संबंधों पर लगातार चर्चा होती रही है।
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फादर जॉर्ज ने अभी तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। वहीं, चर्च के कई वरिष्ठ सदस्यों ने स्पष्ट किया कि यह कार्यक्रम में उनकी व्यक्तिगत उपस्थिति थी और इसका संस्थागत रुख से कोई लेना-देना नहीं है।
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