केंद्र, मणिपुर सरकार और कुकी-जो संगठनों के बीच समझौता; एनएच-2 खुलेगा
केंद्र, मणिपुर सरकार और कुकी-जो संगठनों के बीच समझौते से एनएच-2 खुलेगा। KNO और UPF सात कैंप स्थानांतरित करेंगे। यह कदम शांति और सामान्य स्थिति बहाली की दिशा में अहम है।
मणिपुर में लंबे समय से चले आ रहे तनाव और संघर्ष को कम करने की दिशा में एक अहम पहल हुई है। केंद्र सरकार, मणिपुर सरकार और कुकी-जो संगठनों के बीच एक औपचारिक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस समझौते के तहत राष्ट्रीय राजमार्ग-2 (NH-2), जो क्षेत्र के लिए जीवनरेखा माना जाता है, को फिर से खोलने पर सहमति बनी है। यह राजमार्ग राज्य के विभिन्न हिस्सों को आपस में जोड़ता है और व्यापार, राहत सामग्री और लोगों की आवाजाही के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
समझौते में शामिल प्रमुख संगठनों—कुकी नेशनल ऑर्गेनाइजेशन (KNO) और यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट (UPF)—ने भी अपने सात नामित कैंपों को उन इलाकों से हटाने पर सहमति दी है जो संघर्ष और हिंसा के लिहाज से संवेदनशील हैं। इससे क्षेत्र में शांति बहाली और सुरक्षा तंत्र को मज़बूत करने में मदद मिलेगी।
अधिकारियों का कहना है कि यह कदम मणिपुर में सामान्य स्थिति बहाल करने की दिशा में बेहद अहम है। लंबे समय से सड़क बंद रहने से न केवल व्यापार प्रभावित हो रहा था बल्कि स्थानीय लोगों को आवश्यक वस्तुओं की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा था।
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विशेषज्ञों का मानना है कि यह समझौता केवल सड़क खोलने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह विश्वास बहाली की प्रक्रिया का हिस्सा है, जो विभिन्न समुदायों के बीच संवाद और शांति को बढ़ावा देगा। केंद्र सरकार ने भी आश्वासन दिया है कि राज्य में स्थायी शांति और विकास सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
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