कभी धोखा नहीं दिया, तलाक के बाद आत्महत्या के विचार आए: चहल ने मानसिक स्वास्थ्य संघर्ष पर खोली जुबान
क्रिकेटर युजवेंद्र चहल ने तलाक के बाद आत्महत्या के विचार आने और मानसिक संघर्ष का खुलासा किया; क्रिकेट से ब्रेक लेने का सोचा, परिवार और दोस्तों के सहयोग से उबरे।
भारतीय क्रिकेटर युजवेंद्र चहल ने तलाक के बाद अपने मानसिक स्वास्थ्य संघर्ष पर खुलकर बात की है। उन्होंने बताया कि व्यक्तिगत जीवन में आए इस बड़े बदलाव के बाद वह गहरे मानसिक तनाव से गुजरे और आत्महत्या जैसे विचार भी उनके मन में आए।
चहल ने कहा, “मैंने कभी किसी को धोखा नहीं दिया। तलाक के बाद मैं बेहद अकेला महसूस कर रहा था। उस समय मुझे समझ नहीं आ रहा था कि इस स्थिति से कैसे बाहर निकलूं। कई बार जीवन खत्म करने का भी ख्याल आया।”
उन्होंने यह भी खुलासा किया कि मानसिक तनाव के कारण उन्होंने क्रिकेट से ब्रेक लेने पर भी विचार किया, क्योंकि खेल पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो गया था। चहल ने बताया कि परिवार, दोस्तों और क्रिकेट साथियों के सहयोग से वह धीरे-धीरे मानसिक रूप से बेहतर हो सके।
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मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर जोर देते हुए चहल ने कहा कि खिलाड़ियों को न केवल शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत बनाने की जरूरत है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे मानसिक समस्याओं का सामना करते समय मदद लेने में हिचकिचाएं नहीं।
चहल की इस स्वीकारोक्ति को खेल विशेषज्ञ और प्रशंसक मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता की दिशा में एक सकारात्मक कदम मान रहे हैं।
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