वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी. पी. थांकाचन का 86 वर्ष की आयु में निधन
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. पी. थांकाचन का 86 वर्ष की आयु में निधन। केरल की राजनीति में उनका योगदान अमूल्य रहा। नेताओं और कार्यकर्ताओं ने गहरी संवेदना व्यक्त की।
केरल के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी. पी. थांकाचन का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे राज्य की राजनीति में एक सम्मानित और प्रभावशाली व्यक्तित्व माने जाते थे। थांकाचन का लंबा राजनीतिक करियर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से जुड़ा रहा और उन्होंने विभिन्न पदों पर रहकर पार्टी को मजबूत बनाने में अहम योगदान दिया।
थांकाचन केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (KPCC) के अध्यक्ष भी रह चुके थे और उन्होंने संगठनात्मक स्तर पर पार्टी को नई दिशा दी। अपने सादगीपूर्ण जीवन और कार्यकर्ताओं से गहरे जुड़ाव के कारण वे पार्टी और जनता, दोनों के बीच लोकप्रिय थे। उन्होंने विधानसभा में भी कई बार जनप्रतिनिधि के रूप में अपनी भूमिका निभाई और हमेशा जनता के मुद्दों को उठाने में अग्रणी रहे।
राजनीति में उनके योगदान को कांग्रेस पार्टी ने “अमूल्य धरोहर” बताया। पार्टी नेताओं ने कहा कि उनका निधन कांग्रेस परिवार के लिए बड़ी क्षति है। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने भी गहरी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि थांकाचन ने केरल की राजनीति में स्वच्छ और पारदर्शी राजनीति का उदाहरण पेश किया।
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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि उनकी निष्ठा और सेवा भावना हमेशा प्रेरणा देती रहेगी।
परिवार के सूत्रों के अनुसार, उनका अंतिम संस्कार उनके गृह नगर में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और आम लोगों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।
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