बिहार चुनाव नतीजों के बाद कांग्रेस ने SIR राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक बुलाई
बिहार में हार के बाद कांग्रेस ने SIR प्रक्रिया वाले 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ पदाधिकारियों की समीक्षा बैठक बुलाई, चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाए।
बिहार में चुनावी हार के एक दिन बाद, कांग्रेस ने चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाया। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने महागठबंधन को 202 सीटों के मुकाबले केवल 35 सीटों पर रोकते हुए भारी जीत दर्ज की। इसके बाद कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नतीजों की समीक्षा के लिए बैठक की।
कांग्रेस ने 18 नवंबर को एक समीक्षा बैठक बुलाई है, जिसमें उन 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रभारी, राज्य इकाई प्रमुख, कांग्रेस विधान सभा दल (CLP) नेता और सचिव शामिल होंगे, जहाँ विशेष गहन मतदाता सूची संशोधन (SIR) चल रहा है। बैठक का आयोजन नई दिल्ली स्थित इंदिरा भवन में किया जाएगा।
चुनाव आयोग के अनुसार, SIR प्रक्रिया के तहत नौ राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 5.99 करोड़ से अधिक मतदाताओं को गणना फॉर्म वितरित किए जा चुके हैं। दैनिक SIR बुलेटिन के मुताबिक, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पुडुचेरी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में अब तक 48.67 करोड़ फॉर्म बांटे जा चुके हैं।
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इनमें से तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और पश्चिम बंगाल में अगले साल चुनाव होने हैं। असम में भी 2026 में चुनाव होने हैं, जहां मतदाता सूची संशोधन अलग से घोषित किया जाएगा। SIR की दूसरी चरण 4 नवंबर से शुरू होकर 4 दिसंबर तक चलेगी।
राहुल गांधी ने कहा कि बिहार चुनाव परिणाम चौंकाने वाले हैं और चुनाव शुरू से ही निष्पक्ष नहीं था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक इस परिणाम की गहन समीक्षा करेंगे। कांग्रेस ने दावा किया कि परिणाम "वोट चोरी" का संकेत देते हैं, जिसे प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और चुनाव आयोग द्वारा बड़े पैमाने पर योजनाबद्ध किया गया।
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