कांग्रेस करेगी पार्टी अभिलेखों का डिजिटलीकरण, ऐतिहासिक दस्तावेज होंगे ऑनलाइन उपलब्ध
कांग्रेस अपने ऐतिहासिक अभिलेखों का डिजिटलीकरण करेगी। इसमें 1885 से अधिवेशन रिपोर्ट, घोषणापत्र, नेताओं के भाषण और डॉ. मनमोहन सिंह लाइब्रेरी की दुर्लभ सामग्री ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाएगी।
कांग्रेस पार्टी ने अपने ऐतिहासिक अभिलेखों को डिजिटलीकृत करने की योजना की घोषणा की है। इस पहल के तहत पार्टी के 1885 से अब तक के महत्वपूर्ण दस्तावेज, घोषणापत्र, अधिवेशन रिपोर्ट और नेताओं के भाषण डिजिटल रूप में उपलब्ध कराए जाएंगे।
कांग्रेस नेतृत्व का मानना है कि यह कदम पार्टी की समृद्ध राजनीतिक और ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित करने में मदद करेगा। साथ ही, नई पीढ़ी और शोधकर्ताओं को कांग्रेस के लंबे राजनीतिक सफर, विचारधारा और योगदान को बेहतर ढंग से समझने का अवसर मिलेगा।
पार्टी ने स्पष्ट किया है कि डिजिटलीकृत सामग्री में डॉ. मनमोहन सिंह लाइब्रेरी में रखी दुर्लभ किताबें और दस्तावेज भी शामिल होंगे। इन दस्तावेजों तक डिजिटल माध्यम से पहुंच आसान होगी, जिससे पार्टी के समर्थक, शोधार्थी और इतिहासकार लाभान्वित होंगे।
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जानकारी के अनुसार, कांग्रेस के डिजिटल संग्रह में पार्टी के घोषणापत्रों के अलावा स्वतंत्रता संग्राम और आज़ादी के बाद के राजनीतिक घटनाक्रमों से जुड़े दस्तावेज भी शामिल होंगे। इससे पार्टी की नीतिगत यात्रा और विभिन्न चरणों में लिए गए फैसलों की झलक मिलेगी।
कांग्रेस का कहना है कि यह पहल सिर्फ़ पार्टी के इतिहास तक सीमित नहीं है, बल्कि भारतीय लोकतंत्र की व्यापक यात्रा को समझने का भी माध्यम बनेगी। डिजिटलीकरण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद इसे सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराया जाएगा।
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