कॉरपोरेटाइज्ड आयुध कारखानों को 2024-25 में रिकॉर्ड ₹3,500 करोड़ के निर्यात ऑर्डर
अक्टूबर 2021 में पुनर्गठन के बाद कॉरपोरेटाइज्ड आयुध कारखानों ने 2024-25 में ₹3,500 करोड़ के रिकॉर्ड निर्यात ऑर्डर हासिल किए, जिनमें छह कंपनियां लाभ में हैं।
कॉरपोरेटाइज्ड आयुध कारखानों को 2024-25 में रिकॉर्ड ₹3,500 करोड़ के निर्यात ऑर्डर
देश की आयुध निर्माण इकाइयों ने 2024-25 में ₹3,500 करोड़ के रिकॉर्ड निर्यात ऑर्डर प्राप्त किए हैं। यह उपलब्धि अक्टूबर 2021 में 41 आयुध निर्माण बोर्ड (ओएफबी) इकाइयों को सात सरकारी कंपनियों में पुनर्गठित करने के बाद आई है।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इन सात कंपनियों में से छह ने अब तक लाभ दर्ज किया है, जबकि सभी का प्रदर्शन लगातार बेहतर हो रहा है। यह बदलाव आयुध निर्माण क्षेत्र में पारदर्शिता, प्रतिस्पर्धा और दक्षता बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया था।
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पुनर्गठन से पहले ओएफबी एक केंद्रीकृत ढांचे के तहत काम करता था, जिससे निर्णय लेने में देरी और वित्तीय अक्षमता जैसी समस्याएं आती थीं। कॉरपोरेटाइजेशन के बाद इन कंपनियों को व्यावसायिक लचीलेपन और निर्यात बाजारों तक पहुंच का लाभ मिला है।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि निर्यात ऑर्डर में यह वृद्धि भारत की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल की बड़ी सफलता है। इन ऑर्डरों में विभिन्न रक्षा उपकरण, गोला-बारूद और मशीनरी शामिल हैं, जिन्हें कई मित्र देशों को आपूर्ति किया जाएगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह उपलब्धि भारतीय रक्षा विनिर्माण क्षेत्र की बढ़ती क्षमता और वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक स्थिति को दर्शाती है। सरकार का लक्ष्य आने वाले वर्षों में रक्षा निर्यात को और कई गुना बढ़ाने का है।
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