CPI(M) ने कांग्रेस पर छोड़ा ममकूटथिल के MLA पद से इस्तीफे का निर्णय
CPI(M) ने कांग्रेस पर ममकूटथिल के विधायक पद से इस्तीफे का निर्णय छोड़ दिया; पार्टी का कहना है कि केवल युवा कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा पर्याप्त नहीं है।
केरल में सीपीआई(एम) ने कांग्रेस पर जिम्मेदारी डाली है कि वह यह तय करे कि ममकूटथिल को विधायक के रूप में इस्तीफा देना चाहिए या नहीं। पार्टी के राज्य सचिव एम.वी. गोविंदन ने कहा कि ममकूटथिल का युवा कांग्रेस के राज्य अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देना पर्याप्त नहीं लगता।
गोविंदन ने स्पष्ट किया कि केवल प्रतीकात्मक कार्रवाई गंभीर आरोपों को दूर नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि ममकूटथिल पर लगे गंभीर आरोपों के संदर्भ में यह केवल एक “टोकनिज़्म” जैसी कार्रवाई है, जो न्याय की दिशा में पर्याप्त नहीं है। सीपीआई(एम) का मानना है कि कांग्रेस को स्थिति की गंभीरता को देखते हुए ठोस कदम उठाने चाहिए और न्यायपूर्ण निर्णय लेना चाहिए।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह मामला कांग्रेस के लिए चुनौतीपूर्ण बन गया है, क्योंकि पार्टी को न केवल सार्वजनिक और राजनीतिक दबाव का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि अपने आंतरिक अनुशासन और नैतिक जिम्मेदारी का भी ख्याल रखना है।
और पढ़ें: भीमिली में समुद्र तट क्षरण रोकने के लिए 210 करोड़ रुपये की रिटेनिंग वाल
गोविंदन ने यह भी कहा कि विपक्षी दलों और आम जनता की नजरें इस मामले पर टिकी हुई हैं, और कांग्रेस की कार्रवाई राजनीतिक परिदृश्य और पार्टी की विश्वसनीयता को प्रभावित कर सकती है।
सीपीआई(एम) के बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि ममकूटथिल के मामले में कांग्रेस के पास अब कोई विकल्प नहीं बचा है। पार्टी को तय करना होगा कि वह केवल प्रतीकात्मक कदम उठाएगी या आरोपों के गंभीरता को देखते हुए विधायक पद से इस्तीफा लेने की मांग को समर्थन देगी।
और पढ़ें: हैदराबाद में बिजली हादसे: झूलती तारें और ढीली जिम्मेदारी ने आठ जानें ली