चक्रवात मोंथा का प्रकोप: कोनसीमा जिले में 10,000 लोगों की निकासी शुरू
चक्रवात ‘मोंथा’ से बढ़ते खतरे के बीच कोनसीमा जिले में 10,000 लोगों की निकासी जारी है। 126 गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है।
आंध्र प्रदेश के डॉ. बी.आर. अंबेडकर कोनसीमा जिले में चक्रवात ‘मोंथा’ के बढ़ते प्रभाव के बीच प्रशासन ने तटीय इलाकों से लगभग 10,000 लोगों की निकासी शुरू कर दी है। चक्रवात के कारण तेज हवाओं के साथ भारी बारिश जारी रहने की आशंका जताई गई है, जिससे निचले तटीय क्षेत्रों में खतरा बढ़ गया है।
विशेष अधिकारी वी. विजय रामाराजू और जिला कलेक्टर आर. महेश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में बताया गया कि प्रशासन ने तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर बने आश्रय गृहों में पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया है।
कलेक्टर कुमार ने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य के लिए टीमों को तैनात कर दिया गया है। स्थानीय राजस्व, पुलिस और आपदा प्रबंधन कर्मियों को लगातार निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सभी निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थलों पर ले जाया जा रहा है ताकि किसी जनहानि की स्थिति न बने।
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इसके साथ ही 126 गर्भवती महिलाओं, जिनकी प्रसव तिथि अगले दो हफ्तों के भीतर है, को नजदीकी अस्पतालों में स्थानांतरित किया गया है ताकि आपात स्थिति में त्वरित चिकित्सा सहायता मिल सके। जिला प्रशासन ने स्कूलों और सामुदायिक भवनों को अस्थायी आश्रय स्थलों में बदल दिया है।
मौसम विभाग के अनुसार, ‘मोंथा’ चक्रवात अगले 24 घंटे में और प्रबल हो सकता है तथा समुद्र में लहरों की ऊंचाई बढ़ने की संभावना है। प्रशासन ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी है और बिजली आपूर्ति विभाग को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।