दिल्ली कार ब्लास्ट केस: ईडी ने फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी और संबंधित व्यक्तियों के ठिकानों पर छापेमारी की
दिल्ली कार ब्लास्ट मामले में ईडी ने फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी और संबंधित व्यक्तियों के ठिकानों पर छापेमारी की; चेयरमैन जावेद अहमद को समन जारी।
दिल्ली कार ब्लास्ट मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी, उसके ट्रस्टीज और संबंधित व्यक्तियों/संगठनों के ठिकानों पर छापेमारी शुरू की है। यह कार्रवाई तब की गई है जब यूनिवर्सिटी से जुड़े कम से कम तीन डॉक्टरों को कथित रूप से एक “आतंकवादी” मॉड्यूल का हिस्सा पाया गया।
सूत्रों के अनुसार, अल-फलाह यूनिवर्सिटी के चेयरमैन जावेद अहमद को दिल्ली पुलिस के सामने पेश होने के लिए दो समन जारी किए गए हैं। प्रवर्तन निदेशालय की यह जांच इस बात की पुष्टि करती है कि यूनिवर्सिटी और उसके कर्मचारी कार ब्लास्ट मामले से जुड़े हो सकते हैं।
11 नवंबर को लाल क़िले के पास विस्फोटक वाहन (IED) के मामले में शामिल उमर उन नबी, जो विस्फोटक वाहन के चालक थे, अल-फलाह यूनिवर्सिटी में जनरल मेडिसिन विभाग में सहायक प्रोफेसर के रूप में कार्यरत थे। इस मामले में अब तक कई गंभीर खुलासे हुए हैं, जिनसे यूनिवर्सिटी के भीतर कुछ कर्मचारियों के आतंकवाद से जुड़े होने की आशंका बढ़ गई है।
और पढ़ें: स्विस ऐप से दिल्ली ब्लास्ट की साजिश: संदिग्ध डॉक्टरों ने एन्क्रिप्टेड नेटवर्क पर रची योजना
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की जा रही इस छापेमारी का उद्देश्य सभी साक्ष्यों को जुटाना और संभावित सहयोगियों और अन्य संदिग्धों की पहचान करना है। इस कार्रवाई से यह भी संकेत मिलता है कि सुरक्षा एजेंसियां उच्च स्तर पर जुड़े मामलों की जांच में तेजी ला रही हैं।
यह मामला राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी प्रयासों के लिए महत्वपूर्ण है। जांच आगे बढ़ रही है और आवश्यकतानुसार और गिरफ्तारी या समन जारी किए जा सकते हैं।
और पढ़ें: भूटान से लौटते ही पीएम मोदी पहुंचे LNJP अस्पताल, दिल्ली ब्लास्ट के घायलों से की मुलाकात