पुलिस ने 50 कैमरों की फुटेज का इस्तेमाल कर लाल किला विस्फोट के संदिग्ध के आखिरी घंटों का ब्यौरा तैयार किया
पुलिस ने रेड फोर्ट ब्लास्ट संदिग्ध उमर नबी के अंतिम घंटों का 50 कैमरों की फुटेज से ब्यौरा तैयार किया, नकदी, रासायनिक खरीद और विस्फोटक योजना का पता चला।
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार, 13 नवंबर 2025 को रेड फोर्ट के पास हुए कार ब्लास्ट के मुख्य संदिग्ध उमर नबी के अंतिम घंटों का ब्यौरा तैयार किया। ब्लास्ट में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस ने 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का विश्लेषण कर नबी की गतिवधियों को ट्रैक किया, जिसमें वह फरीदाबाद से रात को निकलने से लेकर ब्लास्ट के समय तक की हर गतिविधि शामिल है।
जांच में सामने आया कि मुख्य तीन संदिग्ध — नबी, मुजम्मिल अहमद गनाई और शाहीन शाहिद, जो अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े मेडिकल डॉक्टर हैं — ने स्विट्जरलैंड आधारित एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप Threema का इस्तेमाल अपने आतंकवादी साजिश से जुड़े प्लानिंग और समन्वय के लिए किया। नबी ने ऑपरेशन के समन्वय हेतु Signal ऐप पर 2-4 सदस्यीय ग्रुप भी बनाया था।
पुलिस ने बताया कि संदिग्धों ने कुल ₹26 लाख से अधिक नकद जुटाया था, जिसे नबी को सुरक्षित रखने और ऑपरेशनल उपयोग के लिए सौंपा गया। अल-फलाह यूनिवर्सिटी के कैंपस में गनाई के कमरे (Room 13) और नबी के कमरे (Room 4) से बरामद नोटबुक और डायरी में 8 से 12 नवंबर के बीच के कई कोडेड एंट्री, नाम और संख्याएं मिलीं, जो कई हमलों की विस्तृत योजना दर्शाती हैं। उन्होंने धमाके के लिए रेंट पर ली गई जगहों में विस्फोटक भी रखा था।
और पढ़ें: लाल किला विस्फोट पर राजनीति तेज़, पी. चिदंबरम के बयान पर कांग्रेस बनाम बीजेपी
जांच के अनुसार नबी की हर गतिविधि पहले से योजनाबद्ध थी। उसने हरियाणा के फीरोजपुर झिरका से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर रुका, सड़क किनारे भोजन किया और कार में रात बिताई। अगले दिन सुबह नबी बदरपुर बॉर्डर से दिल्ली में दाखिल हुआ। पुलिस का कहना है कि उसने हर कदम सोच-समझकर प्लान किया था ताकि पकड़ में न आए।