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मुंबई के 58 करोड़ रुपये के डिजिटल अरेस्ट घोटाले में अंतरराष्ट्रीय कड़ी: चीन, हांगकांग और इंडोनेशिया से जुड़ा मनी ट्रेल

मुंबई के 58 करोड़ रुपये के डिजिटल अरेस्ट घोटाले में मनी ट्रेल चीन, हांगकांग और इंडोनेशिया तक पहुंचा। पुलिस ने 26 लोगों को गिरफ्तार किया और कई खाते फ्रीज किए।

मुंबई के 58 करोड़ रुपये के डिजिटल अरेस्ट घोटाले में अब अंतरराष्ट्रीय कड़ियाँ सामने आई हैं। महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने जांच में खुलासा किया है कि इस ठगी का मनी ट्रेल चीन, हांगकांग और इंडोनेशिया तक पहुंचा है।

यह मामला तब सामने आया जब मुंबई के 72 वर्षीय व्यवसायी ने शिकायत दर्ज कराई कि उन्हें कुछ लोगों ने ईडी (ED) और सीबीआई (CBI) अधिकारी बनकर फोन किया। आरोपियों ने उन्हें एक अपराध में फंसाने की धमकी दी और “जांच में सहयोग” करने के नाम पर पैसे की मांग की। इसके बाद वीडियो कॉल के जरिए कई घंटों तक धमकाकर व्यापारी से 58 करोड़ रुपये ट्रांसफर करवा लिए गए।

पुलिस के अनुसार, यह पूरी रकम क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से विदेश भेजी गई। जांच में सामने आया कि यह कोई अलग घटना नहीं बल्कि एक अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट का हिस्सा है, जो पिछले एक साल से भारत में लोगों को निशाना बना रहा था। अनुमान है कि यह नेटवर्क लगभग 2,000 करोड़ रुपये की साइबर ठगी में शामिल है।

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गिरोह कमीशन-आधारित बैंक खातों का उपयोग करता था, जिन्हें सहयोगियों द्वारा संचालित किया जाता था। पीड़ितों से वसूला गया पैसा पहले भारतीय खातों में जमा किया जाता था, फिर तुरंत क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर विदेशी वॉलेट्स में ट्रांसफर कर दिया जाता था।

साइबर पुलिस ने अब तक 26 लोगों को गिरफ्तार किया है और कई फर्जी खातों को फ्रीज किया है। जांच में मिले आईपी एड्रेस और डिजिटल लेन-देन चीन, हांगकांग और इंडोनेशिया से जुड़े हैं।

यह खुलासा भारत में तेजी से बढ़ते डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और वर्चुअल करेंसी आधारित साइबर अपराधों पर गंभीर सवाल उठाता है।

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