कांग्रेस की संगठनात्मक कमजोरी पर दिग्विजय सिंह का सवाल, CWC बैठक में उठाया अति-केंद्रीकरण का मुद्दा
CWC बैठक में दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस में अति-केंद्रीकरण और चुनाव प्रबंधन विभाग के गठन में देरी पर सवाल उठाते हुए संगठनात्मक कमजोरियों को उजागर किया।
कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की शनिवार (27 दिसंबर, 2025) को हुई बैठक के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने पार्टी की संगठनात्मक संरचना में मौजूद कमजोरियों की ओर इशारा करते हुए नेतृत्व के सामने अहम सवाल खड़े किए। उनकी टिप्पणियों से पार्टी के भीतर हलचल मच गई और संगठन के कामकाज पर गंभीर बहस छिड़ गई।
दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस में निर्णय लेने की प्रक्रिया के “अति-केंद्रीकरण” की आलोचना की। उन्होंने कहा कि पार्टी के भीतर फैसले कुछ गिने-चुने लोगों तक सीमित हो गए हैं, जिससे जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूती नहीं मिल पा रही है। उन्होंने यह भी पूछा कि अब तक “इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट” का गठन क्यों नहीं किया गया, जबकि कांग्रेस कार्यसमिति की पिछली बैठकों में इस पर सहमति बन चुकी थी।
उन्होंने याद दिलाया कि मई 2022 में राजस्थान के उदयपुर में हुई CWC बैठक के बाद पार्टी ने चुनाव प्रबंधन विभाग गठित करने की घोषणा की थी। इस विभाग का उद्देश्य चुनावी रणनीति, संगठनात्मक समन्वय और चुनाव संचालन को अधिक पेशेवर और प्रभावी बनाना था। हालांकि, ढाई साल से अधिक समय बीत जाने के बावजूद यह विभाग अब तक अस्तित्व में नहीं आ सका है।
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दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाया कि जब चुनावी चुनौतियां लगातार बढ़ रही हैं और पार्टी को कई राज्यों में कठिन मुकाबले का सामना करना पड़ रहा है, तब ऐसे महत्वपूर्ण फैसलों को लागू करने में देरी क्यों हो रही है। उन्होंने कहा कि संगठनात्मक ढांचे को मजबूत किए बिना कांग्रेस चुनावी राजनीति में प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर सकती।
सूत्रों के अनुसार, उनकी बातों को बैठक में मौजूद कुछ नेताओं का समर्थन भी मिला, जबकि कुछ वरिष्ठ नेताओं ने इसे आंतरिक मंच पर उठाया गया रचनात्मक सुझाव बताया। यह मुद्दा ऐसे समय उठा है जब कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी हुई है।