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डिज़ाइन-एंड-बिल्ड कारोबार में EFC को अगले 2-3 वर्षों में 50% वृद्धि का भरोसा

EFC (I) ने डिज़ाइन-एंड-बिल्ड कारोबार में अगले 2-3 वर्षों में 50% टॉपलाइन वृद्धि का लक्ष्य रखा है। कंपनी 24-26% मार्जिन और तीनों वर्टिकल्स में मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है।

EFC (I) लिमिटेड, जो मैनेज्ड ऑफिस स्पेस और वाणिज्यिक रियल एस्टेट समाधानों की अग्रणी कंपनी है, आने वाले दो से तीन वर्षों में अपने डिज़ाइन-एंड-बिल्ड (D&B) व्यवसाय में 50% टॉपलाइन वृद्धि हासिल करने को लेकर पूरी तरह आश्वस्त है। कंपनी के वॉल-टाइम डायरेक्टर, निखिल भुटा ने यह जानकारी एक इंटरव्यू में दी।

भुटा ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में D&B सेगमेंट पहले ही 50% से अधिक की वृद्धि दर्ज कर चुका है और यही रफ्तार आगे भी जारी रहने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि कंपनी इस सेगमेंट में 24% से 26% के बीच नेट मार्जिन को लगातार बनाए हुए है और आने वाले वर्षों में भी इस स्थिरता की उम्मीद है।

उन्होंने बताया कि 50% टॉपलाइन ग्रोथ के लक्ष्य को आगे बढ़ाने वाले दो प्रमुख कारक हैं—पहला, कंपनी का अपेक्षाकृत कम बेसलाइन और दूसरा, कंपनी की वह योग्यता जिसके माध्यम से वह 200 करोड़ रुपये तक के एकल कॉन्ट्रैक्ट के लिए बोली लगा सकती है।

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भुटा ने कहा कि EFC का ‘इंटीग्रेटेड बिज़नेस मॉडल’ इसकी तीनों वर्टिकल्स—लीजिंग, D&B और फर्नीचर मैन्युफैक्चरिंग—को साथ मिलकर आगे बढ़ने में मदद करता है।

फ्लेक्स-ऑफिस सेगमेंट में तेजी देखी जा रही है, जिसमें ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स (GCCs) का भारत में बड़ा निवेश शामिल है। साथ ही, घरेलू कंपनियां भी रियल एस्टेट प्रबंधन को विशेषज्ञों को सौंपने की ओर तेजी से बढ़ रही हैं।

फर्नीचर मैन्युफैक्चरिंग वर्टिकल को ‘मेक इन इंडिया’ और ‘चाइना प्लस वन’ रणनीति से लाभ मिल रहा है, जिससे पहले आयात-आधारित बाजार अब संगठित हो रहा है।

कंपनी का लक्ष्य लीजिंग कारोबार को मजबूत बनाना है, जिसके तहत हर साल कम से कम 20,000 नई सीटें जोड़ने की योजना है।

शुक्रवार को NSE पर EFC (I) के शेयर 1.61% गिरकर ₹301.95 पर बंद हुआ।

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