बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को अंतिम विदाई, हजारों लोगों ने दी श्रद्धांजलि
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को संसद परिसर के पास दफनाया गया। लाखों लोगों ने श्रद्धांजलि दी, जबकि भारत ने विदेश मंत्री के जरिए शोक संदेश पहुंचाया।
बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की प्रमुख नेता रहीं खालिदा जिया को बुधवार (31 दिसंबर 2025) को पूरे राजकीय सम्मान और कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच अंतिम विदाई दी गई। संसद भवन परिसर के पास उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इस अवसर पर देश-विदेश से आए लाखों लोगों ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
अंतिम संस्कार के दौरान संसद भवन के बाहर हजारों की संख्या में शोक संतप्त लोग एकत्र हुए। आम जनता के साथ-साथ विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता, वरिष्ठ अधिकारी और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। पूरे क्षेत्र में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो।
भारत की ओर से विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने बीएनपी के कार्यकारी अध्यक्ष और खालिदा जिया के पुत्र तारिक रहमान से मुलाकात की और भारत सरकार की ओर से शोक संवेदनाएं प्रकट कीं। डॉ. जयशंकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शोक संदेश भी अपने साथ लाए, जिसमें उन्होंने खालिदा जिया के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया था और बांग्लादेश की जनता के प्रति संवेदना जताई थी।
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खालिदा जिया का निधन मंगलवार (30 दिसंबर) को 80 वर्ष की आयु में लंबी बीमारी के बाद हुआ। उनका अंतिम संस्कार उनके दिवंगत पति और बांग्लादेश के पूर्व राष्ट्रपति जियाउर रहमान के बगल में किया गया। जियाउर रहमान की 1981 में राष्ट्रपति पद पर रहते हुए हत्या कर दी गई थी।
खालिदा जिया बांग्लादेश की राजनीति में एक प्रभावशाली और विवादास्पद शख्सियत रही हैं। उन्होंने कई वर्षों तक देश की राजनीति को दिशा दी और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाई। उनके निधन को बांग्लादेश के राजनीतिक इतिहास में एक युग के अंत के रूप में देखा जा रहा है।
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