एडीएचडी दवा के जेनेरिक संस्करण को ग्रैन्यूल्स इंडिया को अमेरिकी FDA की सशर्त मंजूरी
ग्रैन्यूल्स इंडिया को एडीएचडी की दवा Adzenys-XR-ODT के जेनेरिक संस्करण के लिए अमेरिकी FDA की सशर्त मंजूरी मिली, जिससे अमेरिकी बाजार में कंपनी की स्थिति मजबूत होगी।
हैदराबाद स्थित जेनेरिक दवा निर्माता ग्रैन्यूल्स इंडिया को ध्यान-अभाव अति सक्रियता विकार (एडीएचडी) के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा के अपने जेनेरिक संस्करण के लिए अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (यूएस एफडीए) से सशर्त (टेंटेटिव) मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह मंजूरी उसकी एक सहायक कंपनी के माध्यम से प्राप्त हुई है।
यह जेनेरिक दवा एडीएचडी के इलाज में इस्तेमाल होने वाली ब्रांडेड दवा Adzenys-XR-ODT का विकल्प है। ग्रैन्यूल्स इंडिया के अनुसार, इस दवा का अनुमानित बाजार आकार लगभग 172 मिलियन डॉलर है। कंपनी ने यह आंकड़ा हेल्थकेयर डेटा और एनालिटिक्स फर्म IQVIA (पूर्व में IMS हेल्थ) के आंकड़ों के आधार पर साझा किया है।
कंपनी ने कहा कि यूएस एफडीए से मिली यह सशर्त मंजूरी अमेरिकी बाजार में एडीएचडी के इलाज से जुड़ी दवाओं की उपलब्धता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस मंजूरी से ग्रैन्यूल्स इंडिया को अत्यधिक प्रतिस्पर्धी अमेरिकी जेनेरिक दवा बाजार में अपनी मौजूदगी और मजबूत करने में मदद मिलेगी।
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इस जेनेरिक दवा का निर्माण ग्रैन्यूल्स इंडिया की अमेरिका स्थित विनिर्माण इकाई में किया जाएगा। यह संयंत्र वर्जीनिया राज्य के चैंटिली (Chantilly) शहर में स्थित है। कंपनी का मानना है कि अमेरिका में ही निर्माण होने से आपूर्ति श्रृंखला मजबूत होगी और मरीजों तक दवा की पहुंच तेज और प्रभावी ढंग से सुनिश्चित की जा सकेगी।
एडीएचडी एक न्यूरो-डेवलपमेंटल डिसऑर्डर है, जो बच्चों और वयस्कों दोनों को प्रभावित करता है। अमेरिका में इस बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या काफी अधिक है। ऐसे में ग्रैन्यूल्स इंडिया की यह पहल न केवल कंपनी के कारोबार को बढ़ावा देगी, बल्कि बड़ी संख्या में मरीजों को किफायती इलाज उपलब्ध कराने में भी सहायक साबित हो सकती है।
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