गुलमर्ग का 137 साल पुराना नेडोज़ होटल बेदखली के नोटिस के घेरे में
जम्मू-कश्मीर सरकार ने गुलमर्ग के ऐतिहासिक 137 वर्षीय नेडोज़ होटल को बेदखली का नोटिस जारी किया। 1985 में लीज खत्म होने के बाद से इसका नवीनीकरण नहीं हुआ था और 2015 में लीज अस्वीकृत कर दी गई।
गुलमर्ग का मशहूर नेडोज़ होटल, जो अपनी 137 साल पुरानी विरासत के लिए जाना जाता है, को जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बेदखली का नोटिस जारी किया है। यह होटल ब्रिटिश काल में बना था और लंबे समय से पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है।
जानकारी के अनुसार, नेडोज़ होटल चलाने वाले परिवार को सरकार से 1985 तक कई बार लीज मिली थी, लेकिन 1985 में लीज समाप्त होने के बाद परिवार ने इसे नवीनीकृत नहीं कराया। फरवरी 2015 में जम्मू-कश्मीर सरकार ने आधिकारिक रूप से लीज को अस्वीकार कर दिया था।
हालांकि होटल परिवार ने प्रशासन से लीज को बहाल करने की मांग की, लेकिन सरकार का कहना है कि कानूनी तौर पर लीज अब मान्य नहीं है और संपत्ति सरकारी भूमि पर बनी हुई है। हाल ही में जारी नोटिस में परिवार को होटल खाली करने का निर्देश दिया गया है।
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होटल का ऐतिहासिक महत्व यह है कि इसे ब्रिटिश युग में एक महत्वपूर्ण ठिकाने के रूप में बनाया गया था और बाद में यह गुलमर्ग के सबसे पुराने होटलों में से एक बना। इसने वर्षों तक कई प्रतिष्ठित मेहमानों और पर्यटकों की मेजबानी की है।
इस बेदखली नोटिस के खिलाफ होटल मालिकों ने कानूनी लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि होटल को बचाने के लिए वे अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। वहीं, सरकार का दावा है कि सार्वजनिक भूमि की सुरक्षा और सही उपयोग के लिए यह कार्रवाई आवश्यक है।
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