हिमाचल में भारी बारिश से तबाही: गांव में मलबे में दबे वाहन, खेतों को नुकसान
हिमाचल में भारी बारिश और भूस्खलन से कई वाहन मलबे में दबे और खेत बर्बाद हुए। 953 ट्रांसफार्मर और 336 जल योजनाएं बाधित, प्रशासन ने राहत कार्य तेज किए।
हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश ने हालात गंभीर बना दिए हैं। एक गांव में कई वाहन मलबे में दब गए, जबकि खेतों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। हालिया बाढ़ और भूस्खलन ने न केवल स्थानीय लोगों की जिंदगी प्रभावित की है बल्कि राज्य की बुनियादी सुविधाओं को भी बुरी तरह नुकसान पहुंचाया है।
राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (SEOC) की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 953 पावर ट्रांसफार्मर और 336 पेयजल आपूर्ति योजनाएं बाधित हो चुकी हैं। इसके कारण कई इलाकों में बिजली और पानी की आपूर्ति ठप हो गई है। ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि वहां राहत पहुंचाना चुनौतीपूर्ण हो गया है।
भूस्खलन के कारण कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं, जिससे वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। कई जगहों पर लोग अपने घरों से निकल नहीं पा रहे हैं। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं और प्रभावित इलाकों में टीमों को भेजा गया है। वहीं, किसानों का कहना है कि फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं, जिससे उनकी आजीविका पर गहरा असर पड़ा है।
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राज्य सरकार ने स्थिति से निपटने के लिए विशेष कंट्रोल रूम स्थापित किया है और केंद्र सरकार से मदद की अपील की है। प्रभावित क्षेत्रों में अस्थायी आश्रय स्थल बनाए गए हैं, जहां लोगों को सुरक्षित रखा जा रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन और अनियंत्रित निर्माण कार्यों ने इस तरह की प्राकृतिक आपदाओं की तीव्रता को और बढ़ा दिया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें।
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