हॉकी लीजेंड मोहम्मद शाहिद का घर वाराणसी में तोड़ा गया, परिवार ने जताया विरोध
वाराणसी में हॉकी लीजेंड मोहम्मद शाहिद का घर सड़क चौड़ीकरण अभियान में तोड़ा गया। परिवार ने मुआवजा न मिलने का आरोप लगाया, जबकि प्रशासन ने दावा किया कि नियमों का पालन हुआ।
भारतीय हॉकी के महान खिलाड़ी और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित मोहम्मद शाहिद का घर वाराणसी में ध्वस्त कर दिया गया, जिससे परिवार ने गहरा विरोध जताया है। यह कार्रवाई सड़क चौड़ीकरण अभियान के तहत की गई। शाहिद के परिवार का आरोप है कि उन्हें इसके लिए किसी प्रकार का मुआवजा नहीं मिला और बिना उचित सूचना के प्रशासन ने यह कदम उठाया।
परिवार के सदस्यों का कहना है कि मोहम्मद शाहिद ने देश के लिए गौरव हासिल किया था, लेकिन आज उनके परिवार के साथ ऐसा व्यवहार करना बेहद दुखद है। परिवार ने यह भी दावा किया कि उन्होंने कई बार प्रशासन से लिखित और मौखिक अपील की थी, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई।
दूसरी ओर, प्रशासन का कहना है कि परिवार को मुआवजे की जानकारी पहले ही दी गई थी और सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया गया। अधिकारियों ने दावा किया कि घर सड़क चौड़ीकरण परियोजना में बाधा बन रहा था, इसलिए कार्रवाई करना अनिवार्य था।
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इस घटना ने खेल जगत और स्थानीय नागरिकों में आक्रोश पैदा कर दिया है। कई खेल प्रेमियों और पूर्व खिलाड़ियों ने सोशल मीडिया पर परिवार के साथ एकजुटता जताई और सरकार से मांग की कि शाहिद के योगदान को देखते हुए उनके परिवार के साथ न्याय किया जाए।
मोहम्मद शाहिद 1980 के मास्को ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के अहम सदस्य थे। उनके शानदार खेल और योगदान के लिए उन्हें ‘हॉकी का जादूगर’ कहा जाता था। परिवार का कहना है कि सरकार को उनके सम्मान में कम से कम उनके घर को संरक्षित करना चाहिए था।
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