खेल ढांचा ढह चुका, पूरे हरियाणा में स्टेडियम निरीक्षण करेंगे हुड्डा
हुड्डा ने हरियाणा सरकार पर खेल ढांचे की बदहाली और खिलाड़ियों की मौतों के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने राज्यभर में स्टेडियम निरीक्षण और उच्च स्तरीय जांच की मांग की।
हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सोमवार को राज्य की भाजपा सरकार पर खेल ढांचे को “पूरी तरह बर्बाद” करने और खिलाड़ियों की जिंदगी को खतरे में डालने का आरोप लगाया। यह बयान बहादुरगढ़ और लाखनमाजरा में पिछले सप्ताह दो युवा बास्केटबॉल खिलाड़ियों की अलग-अलग घटनाओं में हुई मौतों के बाद आया है।
चंडीगढ़ में मीडिया से बात करते हुए हुड्डा ने कहा कि 14 दिसंबर को दिल्ली में कांग्रेस की रैली के बाद वे राज्य भर के स्टेडियमों का दौरा करेंगे, ताकि खेल सुविधाओं में हो रही “गंभीर लापरवाही” को उजागर किया जा सके।
हुड्डा ने इन मौतों को “सरकारी लापरवाही के कारण हुई हत्या” बताया और उच्च स्तरीय जांच, दोषियों पर सख्त कार्रवाई तथा पीड़ित परिवारों को सरकारी नौकरी व आर्थिक सहायता देने की मांग की। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सांसद दीपेंद्र हुड्डा द्वारा मैदानों के सुधार के लिए दी गई 12 लाख रुपये की राशि का भी सही इस्तेमाल नहीं किया गया।
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उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में बनाए गए विश्वस्तरीय खेल परिसर आज जर्जर हालत में हैं। उनके अनुसार, भाजपा सरकार ने “स्पोर्ट्स टैलेंट हंट”, “स्पोर्ट्स अकादमी” और खिलाड़ियों को उच्च पदों पर नौकरी देने जैसी योजनाओं को बंद कर दिया, जिससे युवा खिलाड़ियों का मनोबल और राज्य का खेल विकास दोनों प्रभावित हुए।
हुड्डा ने राज्य से जुड़े बड़े मुद्दों जैसे चंडीगढ़ की स्थिति और सतलुज-यमुना लिंक (SYL) नहर के मामले पर भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बावजूद हरियाणा को उसका SYL जल हिस्सा दिलाने में भाजपा विफल रही और चंडीगढ़ के प्रशासनिक भविष्य पर जनता में भ्रम पैदा किया।
विशेष तीव्र पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया पर टिप्पणी करते हुए हुड्डा ने कहा कि इसे अनावश्यक रूप से तेजी से चलाया जा रहा है, जिससे बूथ लेवल अधिकारियों (BLOs) पर अत्यधिक दबाव बना है और कई आत्महत्याओं की वजह भी यही बनी है। उन्होंने मांग की कि SIR को सामान्य गति से पूरा किया जाए।