भारत ने BIMSTEC युवा शिखर सम्मेलन की मेज़बानी कर क्षेत्रीय संबंधों को मजबूत किया
भारत ने असम में BIMSTEC युवा शिखर सम्मेलन आयोजित किया, जिसमें 80 से अधिक युवा नेताओं ने भाग लिया। सम्मेलन का उद्देश्य नवाचार, सहयोग और क्षेत्रीय विकास को नई दिशा देना था।
भारत ने असम में BIMSTEC युवा शिखर सम्मेलन का सफलतापूर्वक आयोजन किया, जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय सहयोग, नवाचार और आपसी विश्वास को मजबूत करना था। इस सम्मेलन में BIMSTEC सदस्य देशों — बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड — से आए 80 से अधिक युवा नेताओं ने भाग लिया।
सम्मेलन का मकसद था कि क्षेत्र के युवा एक साझा मंच पर आकर विकास, उद्यमिता, जलवायु परिवर्तन, तकनीक और शिक्षा जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श करें और नए समाधान खोजें। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न कार्यशालाओं और संवाद सत्रों का आयोजन हुआ, जिसमें युवाओं ने अपने अनुभव साझा किए और भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा की।
भारत ने इस पहल के जरिए यह संदेश देने की कोशिश की कि युवा नेतृत्व ही क्षेत्रीय प्रगति की रीढ़ है। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि भारत का लक्ष्य BIMSTEC देशों के बीच सहयोग को और अधिक गहरा करना है ताकि सामूहिक रूप से आर्थिक विकास, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा दिया जा सके।
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असम में आयोजित इस सम्मेलन ने स्थानीय स्तर पर भी उत्साह पैदा किया। राज्य सरकार ने इसे एक अवसर के रूप में देखा जिससे पूर्वोत्तर भारत को BIMSTEC देशों के साथ जोड़ने में मदद मिलेगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के सम्मेलन न केवल युवाओं के बीच नवाचार और नेतृत्व को प्रोत्साहित करते हैं, बल्कि सदस्य देशों के बीच कूटनीतिक और सामाजिक संबंधों को भी मजबूत बनाते हैं।
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