कुनो नेशनल पार्क में पहला भारत में जन्मा चीता वयस्क होने की कगार पर
कुनो नेशनल पार्क में जन्मा पहला भारतवंशी चीता वयस्कता की ओर है। प्रोजेक्ट चीता निदेशक ने कहा, यह भारत में चीतों की आबादी बढ़ाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है।
भारत के वन्यजीव संरक्षण इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। मध्यप्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में जन्मा पहला चीता अब वयस्क होने की कगार पर है। यह उपलब्धि न केवल भारत के लिए गौरव का विषय है, बल्कि देश में चीता पुनर्वास परियोजना की सफलता का भी संकेत है।
प्रोजेक्ट चीता के निदेशक उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि यह भारत में जन्मा पहला चीता अब स्वस्थ रूप से विकसित हो रहा है और शीघ्र ही वयस्कता में प्रवेश करेगा। उन्होंने कहा कि यह नीब का पत्थर भारत में चीतों की जनसंख्या बढ़ाने के प्रयासों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
विदित हो कि अफ्रीकी महाद्वीप से चीतों को भारत लाकर कुनो नेशनल पार्क में बसाने का प्रयास पिछले कुछ वर्षों से चल रहा है। इस दौरान विशेषज्ञों ने इनके स्वास्थ्य, खानपान और वातावरण पर विशेष ध्यान दिया। ऐसे में पार्क में जन्मा और अब वयस्क होने जा रहा यह चीता परियोजना की बड़ी सफलता माना जा रहा है।
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शर्मा ने कहा कि यह चीता भविष्य में भारत में चीतों की प्रजनन दर को बढ़ाने में अहम योगदान देगा। इसके साथ ही, यह कदम देश के वन्यजीव संरक्षण और जैव विविधता को पुनर्जीवित करने की दिशा में भी सहायक होगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि ऐसी सफलताएं लगातार मिलती रहीं तो आने वाले वर्षों में भारत में चीतों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है।
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