कतर की संप्रभुता के उल्लंघन की भारत ने निंदा की: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कतर की संप्रभुता के उल्लंघन की निंदा की। इसरायल ने दोहा में हमास नेताओं पर हमला किया था, जिस पर भारत ने चिंता और आपत्ति जताई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कतर की संप्रभुता के उल्लंघन पर गहरी चिंता जताते हुए इसकी कड़े शब्दों में निंदा की है। मोदी ने कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय कानूनों और राष्ट्रों की स्वतंत्रता का सम्मान करता है और किसी भी प्रकार के बाहरी हमले को अस्वीकार्य मानता है।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब इसरायल ने मंगलवार को कतर की राजधानी दोहा में हमास नेताओं को निशाना बनाकर हमला किया। इस घटना ने मध्य-पूर्व में तनाव और बढ़ा दिया है और कतर ने इसे अपनी संप्रभुता पर सीधा आघात बताया है।
भारत ने हमेशा से शांति, कूटनीति और संवाद को संघर्ष समाधान का आधार माना है। मोदी ने अपने बयान में कहा कि किसी भी तरह के सैन्य हमले या आक्रामकता से क्षेत्रीय स्थिरता खतरे में पड़ सकती है और यह अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर नकारात्मक असर डालता है।
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भारत और कतर के बीच गहरे ऐतिहासिक और रणनीतिक संबंध हैं। कतर ऊर्जा आपूर्ति के क्षेत्र में भारत का महत्वपूर्ण साझेदार है और बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी वहां काम करते हैं। इसलिए भारत ने इस घटना पर न केवल चिंता जताई है, बल्कि यह भी कहा कि ऐसी कार्रवाइयाँ निर्दोष नागरिकों की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती हैं।
विदेश नीति विशेषज्ञों का मानना है कि मोदी का यह बयान भारत की संतुलित कूटनीतिक नीति को दर्शाता है, जिसमें वह एक ओर पश्चिम एशिया के देशों के साथ संबंध मजबूत करना चाहता है और दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय नियमों और संप्रभुता की रक्षा का समर्थन करता है।
इस घटना के बाद अंतरराष्ट्रीय मंच पर इसरायल की कार्रवाई को लेकर बहस तेज हो गई है और कई देशों ने शांति और संयम बरतने की अपील की है।
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