भारत के निर्यात में 14 महीनों की सबसे बड़ी गिरावट: क्रिसिल रिपोर्ट
अक्टूबर 2025 में भारत के निर्यात 11.8% गिरे। पेट्रोलियम, आभूषण और कोर सेक्टरों में व्यापक गिरावट रही। अमेरिका और अन्य बाजारों में भी निर्यात कम हुआ, जबकि आयात स्थिर रहे।
क्रिसिल की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त 2024 से भारत के माल निर्यात में लगातार गिरावट दर्ज की गई है। अक्टूबर 2025 में निर्यात 11.8% वर्ष-दर-वर्ष की गिरावट के साथ 34.38 बिलियन डॉलर पर आ गया। यह गिरावट व्यापक रही और इसमें पेट्रोलियम उत्पाद, रत्न और आभूषण समेत कई प्रमुख कोर सेक्टर शामिल रहे।
पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात में भी उल्लेखनीय गिरावट आई। सितंबर में जहां 15.1% की वृद्धि दर्ज हुई थी, वहीं अक्टूबर में यह 10.4% की कमी में बदल गई। इसी तरह, कोर निर्यात भी सितंबर 2025 के 6.1% वृद्धि दर से गिरकर अक्टूबर में 10.2% की गिरावट में पहुंच गया।
संयुक्त राज्य अमेरिका को होने वाले माल निर्यात में भी गिरावट जारी रही। अक्टूबर में यूएस को निर्यात 8.6% घटकर 6.3 बिलियन डॉलर पर आ गया। हालांकि यह सितंबर के 11.9% की गिरावट की तुलना में कुछ सुधार दर्शाता है। रिपोर्ट के अनुसार, 16 नवंबर को अमेरिका द्वारा 254 खाद्य वस्तुओं पर टैरिफ कम करने की घोषणा भारतीय कृषि निर्यात, विशेषकर चाय और मसालों के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकती है।
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गैर-अमेरिकी बाजारों में भी निर्यात में भारी गिरावट देखी गई। सितंबर में जहां 10.9% की वृद्धि थी, वहीं अक्टूबर में यह 12.5% की गिरावट में बदल गई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू खाता घाटा (CAD) सेवाओं के मजबूत व्यापार, स्थिर रेमिटेंस भेजने और कच्चे तेल की नरम कीमतों के कारण नियंत्रण में रहने की उम्मीद है।
आयात के मोर्चे पर अपेक्षाकृत स्थिरता दिखी। अक्टूबर 2025 में भारत के माल आयात 76.06 बिलियन डॉलर पर स्थिर रहे।
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