भारत–ओमान मुक्त व्यापार समझौते पर 18 दिसंबर को हस्ताक्षर, पीयूष गोयल ने की पुष्टि
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि भारत और ओमान 18 दिसंबर को एफटीए पर हस्ताक्षर करेंगे, जिससे व्यापार, निवेश और भारत की वैश्विक बाजारों तक पहुंच को बड़ा लाभ मिलेगा।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने पुष्टि की है कि भारत और ओमान के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर गुरुवार, 18 दिसंबर 2025 को हस्ताक्षर किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह समझौता दोनों देशों के लिए कई क्षेत्रों में “बेहद व्यापक अवसर” लेकर आएगा और भारत के निर्यात, निवेश तथा वैश्विक व्यापारिक पहुंच को मजबूती देगा।
मस्कट में आयोजित भारत–ओमान बिज़नेस फोरम को संबोधित करते हुए श्री गोयल ने बताया कि इस एफटीए से वस्त्र, जूते-चप्पल, ऑटोमोबाइल, रत्न एवं आभूषण, नवीकरणीय ऊर्जा और ऑटो कंपोनेंट्स जैसे प्रमुख क्षेत्रों को सीधा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह समझौता भारतीय कंपनियों के लिए ओमान के बाजार को और अधिक सुलभ बनाएगा, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
वाणिज्य मंत्री ने कहा कि ओमान के साथ एफटीए का एक बड़ा रणनीतिक लाभ यह है कि इसके जरिए भारत को खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) क्षेत्र, पूर्वी यूरोप, मध्य एशिया और अफ्रीका जैसे अन्य महत्वपूर्ण वैश्विक बाजारों तक बेहतर पहुंच मिलेगी। ओमान इन क्षेत्रों के लिए एक अहम प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता है, जिससे भारतीय उत्पादों और सेवाओं को नए अवसर प्राप्त होंगे।
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श्री गोयल ने यह भी कहा कि भारत और ओमान के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध लंबे समय से मजबूत रहे हैं और यह एफटीए इन संबंधों को आर्थिक साझेदारी के नए स्तर पर ले जाएगा। उन्होंने भरोसा जताया कि समझौते से न केवल व्यापार बढ़ेगा, बल्कि रोजगार सृजन, तकनीकी सहयोग और सतत विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
भारत सरकार का मानना है कि यह एफटीए ‘मेक इन इंडिया’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ जैसी पहलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूती देगा और भारतीय उद्योगों को वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं से जोड़ने में मदद करेगा।
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